उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ लॉकडाउन को शत प्रतिशत लागू कराने के लिए दिन-रात एक किये हुए हैं। इसके बावजूद कुछ नासमझ लोग कोरोना वायरस के खिलाफ उनकी इस लड़ाई में बाधक बन रहे है। (Uttar Pradesh FIR) बहुत से लोग लॉकडाउन को तोड़ कर सड़कों पर तफरी के लिए निकल रहे हैं। पर अब सरकार उन्हें छोड़ने के मूड में नहीं है। जी हां लॉकडाउन तोड़ने वालों के खिलाफ सीधे एफआईआर करायी जा रही है। सूत्रों की मानें तो प्रदेश में अभी तक कोरोना वायरस लॉकडाउन का उल्लंघन को लेकर 12,236 मामले दर्ज किये जा चुके हैं।
धारा 188 के तहत दर्ज हो रहा मुकदमा-
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि लॉकडाउन तोड़ने वालों को लेकर किसी भी तरह की रियायत देने के मूड में नहीं है। यही कारण है कि प्रदेश में अधिकारियों को लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिये गये हैं। अभी तक लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले 39,857 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 188 के तहत 12,236 एफआईआर दर्ज किये गये हैं।
Uttar Pradesh FIR : फेक न्यूज पर भी सरकार सख्त-
सिर्फ इतना ही नहीं सरकार कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर सोशल मीडिया पर चल रहे फेक न्यूज को भी लेकर सख्ती कर रही है। सरकार की ओर से पहले ही आगाह किया गया था कि कोरोना के संक्रमण को लेकर किसी भी तरह का न्यूज सोशल मीडिया पर वायरल करना अपराध की श्रेणी में आयेगा। इसके बावजूद लोग नहीं माने। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर फेक न्यूज के 78 एफआईआर भी प्रदेश भर में दर्ज किये गये हैं। इन सबके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
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