सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को मिर्जापुर के एक निवासी की याचिका पर अमेजन प्राइम के खिलाफ नोटिस जारी किया है।
मिर्जापुर के निवासी ने कहा कि वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ से उसके गृहस्थान की छवि खराब हुई है, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने अमेजन प्राइम को नोटिस जारी किया है।
याचिका के अनुसार, “मिर्जापुर का समृद्ध सांस्कृतिक मूल्य है, लेकिन 2018 में एक्सेल एंटरटेनमेंट ने मिर्जापुर के नाम से 9 एपिसोड की एक वेब श्रृंखला बनाई, जिसमें उन्होंने मिर्जापुर को गुंडों और व्याभिचारियों के शहर के रुप में दिखाया है।”
अमेजन प्राइम वीडियो को नोटिस-
मुख्य न्यायाधीश एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ ने मामले में एक संक्षिप्त सुनवाई के बाद केंद्र, एक्सेल एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड और अमेजन प्राइम वीडियो को नोटिस जारी किया।
याचिका सुजीत कुमार सिंह ने वकील बिनय कुमार दास के माध्यम से दायर की।
याचिकाकर्ता ने विशेष रूप से जिले की एक महिला के चित्रण पर आपत्ति जताई है, जिसका उसके नौकर और ससुर के साथ यौन संबंध होता है।
उन्होंने कहा, “शहर/जिले के नाम पर इस तरह की बेशर्म चीजें दिखाना मिजार्पुर की लगभग 30 लाख आबादी और समृद्ध संस्कृति का अपमान है।”
रोक लगाने की मांग-
याचिका में कहा गया है कि सरकार को किसी शहर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक मूल्यों के खराब चित्रण पर रोक लगाने के लिए कुछ दिशा-निर्देश बनाने चाहिए।
याचिकाकर्ता ने कहा, “मिर्जापुर एक ऐसी जगह है, जहां पवित्र नदी गंगा विंध्य श्रेणी से मिलती है.. विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल मंदिर, जो भारत के 108 शक्ति पीठों में से एक है, मिजार्पुर जिले में स्थित है।”
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