यूपी: फंदा तैयार कर सिपाही ने साथी को किया वीडियो कॉल, कहा- ‘आत्महत्या करने जा रहा हूं…
एक ओर जहां पूरा देश कोरोना की जंग लड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर समाज की सुरक्षा में सदैव तत्पर रहने वाले पुलिसकर्मियों की आत्महत्या के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
लगातार पुलिसकर्मियों के सुसाइड करने के मामले सामने आ रहे हैं। कभी कोई पुलिसकर्मी खुद को गोली मारकर लेता है तो कभी कोई पुलिसकर्मी फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेता है। फिर चाहे कारण ड्यूटी को लेकर तनाव हो या पारिवारिक क्लेश।
वीडियो काल पर साथी के सामने लगाई फांसी
ताजा मामला उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले का सामने आया है, जहां बड़हलगंज में तैनात सिपाही पवन कुमार खरवार ने मंगलवार शाम को थाना परिसर स्थित सरकारी आवास से साथी पुलिसकर्मी को वीडियो काल किया और उसके सामने ही फांसी के फंदे से लटक गया। सहकर्मी के शोर मचाने पर एकत्र हुए पुलिस कर्मियों ने दरवाजा तोड़कर उसे नीचे उतारा और अस्पताल पहुंचाया, जिससे उसकी जान बचाई जा सकी। इस घटना से थाने में अफरा-तफरी फैल गई। सिपाही पवन को पुलिस की निगरानी में रखा गया है।
वहीं सीओ गोला श्यामदेव बिंद ने पारिवारिक वजहों से सिपाही के खुदकुशी करने का प्रयास करने की बात कही है।
फंदे से लटका सिपाही
जानकारी के मुताबिक, गाजीपुर जिले के करंडा क्षेत्र निवासी पवन कुमार खरवार, बड़हलगंज थाने में मुंशी के पद पर कार्यरत हैं। थाना परिसर में ही सिपाही को सरकारी आवास आवंटित है। बड़हलगंज थाने में ही तैनात साथी सिपाही के फोन पर दिन में साढ़े तीन बजे के आसपास अपने आवास से पवन ने वीडियो काल किया। साथी सिपाही ने फोन रिसीव किया तो उसे पवन के कमरे का दृश्य दिखाई दिया। उस समय पवन छत के कुंडे में बंधी रस्सी के फंदा गले में डालकर लटकने जा रहा था।
साथी पुलिसकर्मियों ने बचाई जान
इस पर साथी पुलिसकर्मी शोर मचाते हुए पवन के आवास की तरफ दौड़े। शोर सुनकर थाने में मौजूद दूसरे सिपाही और दारोगा भी पवन के आवास पहुंच गये। दरवाजा न खुलने पर उसे तोड़कर पुलिसकर्मी कमरे में पहुंचे। तब तक पवन, फंदे से लटक चुके थे। आनन-फानन उन्हें नीचे उतारकर पुलिस वाले पास के निजी अस्पताल में ले गए, जहां उपचार के बाद देर शाम पवन को डिस्चार्ज कर दिया गया। पुलिस सिपाही को लेकर उसके आवास पर आयी, जहां उसकी निगरानी की जा रही है।
शराब पीने का आदी था सिपाही पवन- पुलिस
बड़हलगंज थाने में मौजूद पुलिसकर्मी सिपाही के खुदकुशी करने की कोशिश की घटना को छिपाने की कोशिश करते रहे। वहीं थाने के एसएसआइ ने रविंद्र यादव ने फांसी की घटना से इंकार कर दिया। उनके मुताबिक, अत्यधिक शराब पीने से सिपाही की तबीयत खराब हो गई थी, जिस कारण उसे अस्पताल ले जाया गया था। हालांकि, बाद में पुलिस वालों को हकीकत बताना पड़ा।
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