बीमार मां के इलाज के लिए छह महीने से सिपाही मांग रहा था छुट्टी, नहीं मिली तो खाया जहर
पुलिस विभाग में तैनात अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने वाले पुलिसकर्मियों की छुट्टी को लेकर समस्या काफी लंबे समय से चली आ रही है। पुलिसकर्मियों की यह समस्या तब और भी बढ़ जाती है जब देश कोरोना महामारी के संकट से जूझ रहा हो। फिर भी कभी-कभी आवश्यकता पड़ने पर भी पुलिसकर्मियों को छुट्टी मिलना बहुत मुश्किल हो जाता है, भले ही किसी के परिवार में कोई बीमार ही क्यों न हो..। हालांकि, पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने और तनावमुक्त रखने के लिए कई प्रयास किये गये हैं।
छुट्टी ना मिलने पर सिपाही ने जहरीला पदार्थ
ताजा मामला उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले का है, जहां छुट्टी ना मिलने पर यूपी पुलिस के एक सिपाही ने तनाव में आकर जहरीला पदार्थ खा लिया और खुदकुशी करने की कोशिश की। सिपाही को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। फिलहाल, सिपाही की हालत अब स्थिर बताई जा रही है। यह भी बताया जा रहा है कि अपनी मां की तबियत खराब होने के चलते सिपाही बीते छह महीने से छुट्टी मांग रहा था।
प्रभारी निरीक्षक ने छुट्टी देने से किया इनकार
जानकारी के मुताबिक, कन्नौज में तैनात सिपाही पवन कुमार ने जहरीला पदार्थ खाकर सुसाइड की कोशिश की। थाने में तैनात बिंदकी थाना कल्याणपुर जनपद फतेहपुर निवासी सिपाही पवन कुमार अपनी छुट्टी स्वीकृत करवाने के लिए शुक्रवार को एप्लीकेशन लेकर प्रभारी निरीक्षक विजय बहादुर वर्मा के पास पहुंचा। प्रभारी निरीक्षक ने छुट्टी देने से इनकार कर दिया।
मेडिकल कॉलेज में सिपाही भर्ती
इससे पवन ने नाराजगी जाहिर की और तनाव में आकर अपने बैरक में जहरीला पदार्थ खा लिया। मौके पर मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों ने बचाव की कोशिश की। घटना की जानकारी प्रभारी निरीक्षक और एसपी को दी गई। आनन-फानन में सिपाही को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
वहीं प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पवन की हालत में सुधार है और घटना की जानकारी सिपाही के परिजनों को दे दी गई है।
सिपाही ने थाना प्रभारी से मांगा था अवकाश
एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह के मुताबिक, सिपाही ने थाना प्रभारी से अवकाश मांगा था। वर्तमान में वह वाट्सएप पर ही अवकाश स्वीकृत कर रहे हैं। उन्होंने उससे कहा था, मगर उसने अवकाश के लिए आवेदन किया ही नहीं।
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