यूपी: मेरठ के सपा विधायक रफीक अंसारी बाराबंकी से गिरफ्तार….
हाईकोर्ट से एक सौ एक गैर जमानती वारंट हुए थे
बाराबंकी: लोकसभा चुनाव के बीच यूपी से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है जहाँ मेरठ से समाजवादी पार्टी के विधायक रफीक अंसारी को आज बाराबंकी में गिरफ्तार कर लिया गया है. इतना ही नहीं इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. गिरफ्तारी होने के बाद पुलिस उन्हें लेकर मेरठ के लिए रवाना हो गई है.
कोर्ट ने दिए थे आदेश…
बता दें कि, रफीक अंसारी को लेकर कोर्ट ने आदेश दिया था कि उनके खिलाफ ट्रायल कोर्ट द्वारा पहले ही जारी किए गए गैर-जमानती वारंट की तामील सुनिश्चित करें. यदि वह अभी तक तामील नहीं हुआ है और अगली तारीख पर अनुपालन हलफनामा दायर किया जाएगा. अनुपालन हलफनामा दाखिल करने के सीमित उद्देश्य के लिए मामले को 22 जुलाई के लिए सूचीबद्ध करने का निर्देश कोर्ट ने दिया था.
कुर्की के बाद भी नहीं हुए थे पेश…
गौरतलब है कि कोर्ट के द्वारा रफीक अंसारी को कुल 101 गैर जमानती वारंट जारी किये गए थे. वहीं, धारा 82 सीआरपीसी के तहत कुर्की प्रक्रिया के बावजूद वह अदालत में पेश नहीं हुए और स्थानीय अदालत के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की. इतना ही नहीं मूल रूप से आरोपित 22 आरोपितों को 15 मई, 1997 के फैसले में बरी कर दिया गया.
1995 में FIR, 1997 में गैर जमानती वारंट
दरअसल, रफीक अंसारी सहित 35-40 अज्ञात लोगों के खिलाफ सितंबर 1995 में FIR हुई थी. जांच के बाद 22 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र प्रस्तुत किया गया. इसके बाद एक पूरक आरोप पत्र प्रस्तुत भी किया गया. अदालत ने अगस्त 1997 में मामले में संज्ञान लेते हुए सुनवाई शुरू की, लेकिन रफीक अदालत में पेश नहीं हुए. 12 दिसंबर, 1997 को उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था.
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गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही पुलिस …
जानकारी के मुताबिक, रफीक अंसारी इलाहाबाद हाईकोर्ट से गैर जमानती वारंट (100 NBW) के नोटिस के बाद भी अदालत में पेश नहीं हो रहे थे. लगातार नोटिस के बावजूद कोर्ट में पेश न होने पर विधायक की गिरफ्तारी के आदेश दिए गए थे. पुलिस विधायक की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही थी. लेकिन वो अंडरग्राउंड थे. अब पुलिस ने बाराबंकी से रफीक अंसारी को अरेस्ट किया है और मेरठ के लिए ले कर गई है.