IPS तबादले से भड़के अखिलेश यादव, सरकार को सुनाई खरी-खोटी
उत्तर प्रदेश में देर रात 10 आईपीएस अधिकारियों के हुए तबादलों पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निशाना साधा और कहा कि यह काम पुलिस के मनोबल को गिराने वाला है।
अखिलेश यादव ने बुधवार को ट्वीट करके लिखा, ‘कोरोनाकाल में प्रशासनिक स्थायित्व की आवश्यकता सामान्यकाल से अधिक है, ऐसे में एडीजी व आईजी स्तर के 10 उच्चाधिकारियों का तबादला पुलिस के मनोबल को गिराने का काम है। सरकार अपनी नीतिगत असफलता व केंद्र-राज्य के बीच समन्वय की कमी से बिगड़ी कानून-व्यवस्था का आरोप अधिकारियों पर लगा रही है।’
कोरोनाकाल में प्रशासनिक स्थायित्व की आवश्यकता सामान्यकाल से अधिक है, ऐसे में ADG व IG स्तर के 10 उच्चाधिकारियों का तबादला पुलिस के मनोबल को गिराने का काम है.
सरकार अपनी नीतिगत असफलता व केंद्र-राज्य के बीच समन्वय की कमी से बिगड़ी क़ानून-व्यवस्था का आरोप अधिकारियों पर लगा रही है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 27, 2020
UP में 10 IPS अधिकारियों का तबादला-
ज्ञात हो कि लॉकडाउन के दौरान शासन ने प्रदेश में 10 आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिये हैं। इसमें एडीजी कानून-व्यवस्था पी.वी.रामाशास्त्री को प्रभारी डीजी विजिलेंस की जिम्मेंदारी दी है। यह प्रभार अब तक डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी के पास था।
इसके अलावा 1990 बैच के आइपीएस प्रशांत कुमार को एडीजी कानून व्यवस्था का अहम पद मिला है। वह करीब तीन साल से मेरठ जोन में तैनात थे। उन्हें फील्ड का लंबा अनुभव भी है। एस.के.भगत को गृह विभाग में सचिव पद की जिम्मेदारी दी गई है। अंजू गुप्ता को एडीजी पीटीसी मेरठ बनाया गया है। वहीं लक्ष्मी सिंह को आइजी लखनऊ रेंज में तैनात किया गया है। नीरा रावत को एडीजी वूमन पावर लाइन की जिम्मेदारी मिली है।
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