UP CRIME: एसटीएफ संग मुठभेड़ में इनामी बदमाश गिरफ्तार
गाजीपुर निवासी बदमाश पर हत्या, डकैती लूट सहित कई संगीन मामले हैं दर्ज
UP CRIME: उत्तरप्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने शनिवार 10 फरवरी को आजमगढ़ में एक लाख रुपये के इनामी बदमाश को हल्की मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है. उसकी पहचान गाजीपुर के नंदगंज थाना क्षेत्र के अगस्ता गांव निवासी जितेंद्र मुसहर के तौर पर की गयी है. हत्या, डकैती, लूट सहित कई संगीन मामलों में बंद रहने के दौरान साल 2016 में वह आजमगढ़ जेल से फरार हो गया था. इसके बाद सरकार ने उस पर एक लाख का इनाम घोषित किया था. उसके पास से एक तमंचा 315 बोर, दो खोखा एवं एक कारतूस 315 बोर बरामद किया गया.
क्षेत्र में सक्रिय रहने की मिली थी सूचना
STF, उत्तर प्रदेश को विगत काफी दिनों से फरार और पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर अपराध करने की सूचनायें प्राप्त हो रहीं थी. इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों तथा टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था. इसके अनुपालन में पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ लखनऊ के प्रमेष कुमार शुक्ल के पर्यवेक्षण में टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी.
इसी क्रम में उपनिरीक्षक जावेद आलम सिद्दीकी के नेतृत्व में मृत्युन्जय सिंह, यशवन्त सिंह, चन्द्र प्रकाष मिश्र की एक टीम जनपद आजमगढ़ में मौजूद थी. इस दौरान ज्ञात हुआ कि वर्ष-2016 में जनपद कारागार आजमगढ़ में निरूद्ध बन्दी जितेन्द्र मुसहर जेल की दीवार फांदकर फरार हो गया था और उसके विरूद्ध थाना सिधारी में धारा 223, 224 भादवि पंजीकृत हुआ था. इसमें 1,00,000 रुपये का पुरस्कार घोषित है. जितेंद्र अपने साथी चन्द्रशेखर मुसहर के साथ आजमगढ़ में किसी से मिलकर बड़ी घटना को अंजाम देने वाला है.
सिधारी में मुठभेड़, पैर में लगी गोली
इस सूचना पर एसटीएफ टीम आजमगढ के थाना सिधारी की पुलिस को साथ लेकर भदुली बाई पास के पास उसका इन्तजार करने लगी. कुछ समय बाद 2 व्यक्ति पैदल आते दिखायी दिये. दोनों को पुलिस टीम द्वारा रोकने का प्रयास किया गया तो वे भागने लगे. इस पर पुलिस टीम ने उनका पीछा किया तो दोनों व्यक्ति उन पर फायरिंग करने लगे.
पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग की गयी. कुछ समय बाद फायरिंग बन्द होने पर बदमाशों के पास पुलिस पहुंची तो सर्विस लेन पर एक व्यक्ति घायल अवस्था में गिरा हुआ पाया गया और दूसरा व्यक्ति अन्धेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गया. घायल व्यक्ति के दाहिने पैर में गोली लगी थी. इस पर उसे नजदीकी चिकित्सालय ले जाया गया, जहॉ पर चिकित्सकों द्वारा उसका इलाज किया जा रहा है. घायल व्यक्ति ने अपना नाम जितेन्द्र मुसहर एवं भागे हुए व्यक्ति का नाम चन्द्रशेखर मुसहर बताया.
यह है आपराधिक इतिहास
उल्लेखनीय है कि आजमगढ के थाना क्षेत्र तरवां अन्तर्गत मन्दिर परिसर में सो रहे 01 पुजारी एवं 02 ग्रामीणों की हत्या कर डकैती की घटना हुई थी, जिसमें जितेन्द्र मुसहर आदि जेल गये थे. जेल में निरूद्ध के दौरान इनके द्वारा जेल में खाना बनाने का कार्य किया जा रहा था. इस दौरान दिनांक 18 अगस्तं 2016 को रक्षाबन्धन के दिन खाना बनाने के उपरान्त खाना बनाने वाले कलछुल, चादर एवं गमछे की मदद से जेल की दीवार फांदकर जितेंद्र अपने साथी चन्द्रशेखर व प्रकाश के साथ फरार हो गया था. जितेन्द्र मुसहर द्वारा अपने गैंग के साथ 21 मार्च 2014 को थाना क्षेत्र जीयनपुर, कोतवाली अन्तर्गत जीवन ज्योति क्लीनिक के मालिक डॉ. विनोद यादव के घर डकैती की घटना के दौरान डॉ विनोद यादव एवं उनकी पत्नी डॉ संगीता यादव की हत्या कर दी थी.
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25 मार्च 2014 को ग्राम सोहनी थाना क्षेत्र केराकत, जौनपुर में डकैती के दौरान गृह स्वामी अगरतु एवं उनकी पत्नी जुवरा देवी की हत्या, 21 मई 2014 को ग्राम मुलायमनगर, थाना फेफना बलिया में डकैती की घटना के दौरान एक व्यक्ति की मौके पर हत्या एवं 02 महिलाएं गम्भीर रूप से घायल किया गया था. 26 मई 2014 को थाना क्षेत्र तरवां, जनपद आजमगढ़ में कातूसिंह का पुरवा स्थित मन्दिर में डकैती के दौरान पुजारी अनिल शर्मा सहित ग्रामीण सत्यनारायण विष्वकर्मा एवं दीपक सिंह की ईट एवं धारदार हथियार से हत्या कर दी थी. जितेन्द्र मुसहर के विरूद्ध थाना सिधारी, आजमगढ़ में धारा 307 एवं 3/25 आर्म्सन एक्ट का मामला दर्ज कराया गया है. अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है.