अपने खेत में बुधवार रात मृत पाई गईं दो दलित लड़कियों के शवों का गुरुवार को पोस्टमार्टम कराया गया। रिपोर्ट में जहर से मौत होने की पुष्टि हुई है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, जहर के प्रकार का पता लगाने के लिए आगे की जांच की जा रही है। इस बीच, तीसरी लड़की का इलाज कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में चल रहा है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
उन्नाव के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने निजी अस्पताल को एक पत्र भेजकर सूचित किया है कि लड़की के इलाज का पूरा खर्च उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री राहत कोष से वहन किया जाएगा।
भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने इस लड़की को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली भेजे जाने की मांग करते हुए कुछ समय तक अस्पताल का घेराव भी किया। बाद में उन्हें खदेड़ दिया गया। अस्पताल में पुलिस तैनाती बढ़ा दी गई है।
सूत्रों ने बताया कि जहां यह घटना हुई, स्थानीय ग्रामीणों ने धरना दिया, लेकिन पुलिस ने उन्हें वापस घर भेज दिया। पीड़िताओं के घरों के पास बैरिकेड लगाए गए हैं और शोक संतप्त परिवारों से किसी को मिलने नहीं दिया जा रहा है।
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