लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में एनडीए गठबंधन के बीच दरार देखने को मिल रही है. बिहार में एनडीए के सीट बंटवारे में पशुपति पारस के ऊपर चिराग पासवान को तरजीह देने की बात सामने आ रही है. इस बीच राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख पशुपति पारस आज महागठबंधन के साथ जाने को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. दिल्ली में आज RLJP संसदीय बोर्ड की बड़ी बैठक है.
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बीजेपी कर रही है अन्याय
इस बैठक से पहले पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि बीजेपी ने हमारे साथ बहुत ही अन्याय किया है. श्रवण अग्रवाल ने कहा है कि सबसे ईमानदार सहयोगी के साथ बीजेपी बेइमानी कर रही है. इसको लेकर हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं में बहुत रोष है. पशुपति कुमार पारस पर कार्यकर्ताओं का दबाव है. हमारे नेता नरेंद्र मोदी को भगवान कहते हैं. हम उन्हें भगवान कहते रहे और हमारे साथ अन्याय हो रहा है. दूसरे खेमे में जाने के सवाल पर श्रवण अग्रवाल ने कहा कि राजनीति में विकल्प खुले रहते हैं.
हाजीपुर सीट को लेकर है लड़ाई
बता दें कि सारी लड़ाई की मुख्य वजह हाजीपुर सीट है. हाजीपुर से वर्तमान सांसद केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस लगातार अपना दावा ठोक रहे थे. उनका कहना था कि सिटिंग गेटिंग गो के आधार पर हाजीपुर सीट उनकी है, लेकिन सूत्रों के अनुसार BJP ने हाजीपुर सीट चिराग पासवान को दे दी. इसके साथ ही साथ पांच अन्य सीट भी चिराग गुट के पास चली गई है, जबकि पारस गुट को एक भी लोक सभा की सीट अभी तक नहीं मिली है. पशुपति कुमार पारस लगातार BJP के नेताओं से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि उन्हें लोक सभा की सीट मिले, लेकिन अब तक बात नहीं बनी है. ऐसे में पशुपति कुमार पारस के हाथ से हाजीपुर तो निकल ही गई, अब पार्टी बचाने की बड़ी ज़िम्मेदारी है. पारस गुट में अभी सिर्फ 3 सांसद हैं. एक खुद केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस, उनके भतीजे प्रिंस राज और सूरजभान सिंह के भाई चंदन सिंह. आज संसदीय बोर्ड की महत्वपूर्ण बैठक बुलायी है और इस बैठक के बाद साफ होगा कि आखिर पशुपति पारस आखिर क्या करते हैं, आखिर कैसे अपनी पार्टी को वो बचाएंगे. चिराग पासवान की पार्टी पांच सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. हाजीपुर (इस सीट से चिरागपासवान चुनाव लड़ सकते हैं), वैशाली, जमुई/गोपालगंज, खगड़िया और नवादा शामिल है.
राज्यपाल का भी मिला है ऑफर
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने पशुपति पारस को राज्यपाल बनाने और समस्तीपुर सांसद प्रिंसराज को बिहार सरकार में मंत्री बनाने का ऑफर दिया है. बता दें कि प्रिंस राज चिराग पासवान के चचेरेभाई है. पिता रामचंद्र पासवान की मृत्यु के बाद प्रिंस राज समस्तीपुर से उपचुनावजीतकर सांसद बने थे, लेकिन साल 2021 में लोक जनशक्ति पार्टी टूट गई और प्रिंस राज पशुपतिपारस के खेमे में चले गए थे.