उद्धव की कुर्सी पर खतरा! विधान परिषद भेजने के मुद्दे पर राज्यपाल ने साधी चुप्पी
एक तरफ जहां महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर की कुर्सी पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं
एक तरफ जहां महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर की कुर्सी पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
दरअसल सीएम उद्धव ठाकरे को मनोनीत सदस्य के रूप में विधान परिषद भेजने के मुद्दे पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है। उद्धव ठाकरे को विधान परिषद सदस्य मनोनीत किए जाने का प्रस्ताव 10 दिन से राजभवन में लंबित है लेकिन राज्यपाल ने इस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है।
सूत्रों के मुताबिक उद्धव को एमएलसी मनोनीत करने के संबंध में राज्यपाल अभी कानूनी राय ले रहे हैं। लेकिन, राज्यपाल के निर्णय लेने में देरी के चलते राज्य में तीन दलों (शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी) की महाविकास आघाड़ी सरकार के भविष्य पर सवाल बना हुआ है।
CM के इस्तीफे की खबरें कोरी बकवास-
इस बीच कई दिनों से सोशल मीडिया पर पोस्ट देखने को मिल रही है कि उद्धव ठाकरे जल्द ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं। इस पर महाराष्ट्र एनसीपी के महासचिव रवींद्र पवार कहते हैं कि यदि मुख्यमंत्री इस्तीफा देते हैं तो इसे पूरे मंत्रिमंडल का इस्तीफा माना जाएगा, लेकिन यह कोरी बकवास से ज्यादा कुछ भी नहीं है।
पवार के मुताबिक महाविकास आघाड़ी सरकार स्थिर है और अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। शिवसेना प्रवक्ता और सांसद संजय राउत भी कह चुके हैं कि किसी भी परिस्थिति में मुख्यमंत्री इस्तीफा नहीं देंगे।
यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र के बाद बंगाल में भी 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ा
यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र : कोविड-19 मामलों में भारी वृद्धि, कुल संख्या हुई इतनी
[better-ads type=”banner” banner=”104009″ campaign=”none” count=”2″ columns=”1″ orderby=”rand” order=”ASC” align=”center” show-caption=”1″][/better-ads]