Delhi Assembly Session 2025: दिल्ली विधानसभा में आज सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते कुछ देर बीता भी नहीं था कि आम आदमी पार्टी और भाजपा की आपस में बहस हो गई. जी हां, भाजपा विधायक विधायक कुलवंत राणा और आप विधायक संजीव झा के बीच तीखी नोंकझोंक हुई है. मामला सुलझाते हुए विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने इस मसले को शांत कराया. सदन में दोनों नेताओं के बीच हुए इस तरह का बर्ताव राजनीतिक पार्टियों में चर्चा का एक बड़ा विषय बन बैठा है.
विवाद का मुद्दा बना सदन का बहस
आपको बता दें कि, विधानसभा में उस वक्त हंगामा मच गया जब बीजेपी के विधायक कुलवंत राणा अपने इलाके से जुड़ी सड़क की समस्याओं पर बातचीत करते हुए पूर्व विधायक के खिलाफ जांच की मांग कर बैठे. तभी इस दौरान आप के विधायक संजीव झा ने उन्हें अपनी बात कहने से रोक दिया. इसी के चलते दोनों नेताओं के बीच जमकर बहस शुरू हो गई. धीरे-धीरे ये बहस का मुद्दा एक बड़ा विवाद बन गया जिस पर संजीव झा ने कहा कि, धमकाओं नहीं, क्योंकि सदन में अपनी बात रखना हर किसी का हक बनता हैं. फिर चाहे वो किसी भी पार्टी से हो.
तू गुंडा है, तू महाचोर हैः कुलवंत राणा
गजब की बात तो ये रही कि, भाजपा विधायक कुलवंत राणा और आप विधायक संजीव झा के बीच हुई बहस पर एमएलए कुलवंत राणा ने एक बड़ा बयान दिया है. जहां उन्होंने कहा कि तू जितनी उम्र का है उससे कहीं ज्यादा समय मैं सदन का सदस्य रह चुका हूं. जिस पर आप विधायक ने धीमे से कुछ कहा. इस दौरान हद तो तब हो गई जब कुलवंत राणा ने करारा जवाब देते हुए कहा कि, हां मैं करूंगा, तू गुंडा है, तू महाचोर है, तू है क्या ?
मामले को तूल पकड़ता देख विधानसभा के स्पीकर विजेंद्र गुप्ता को अपनी सीट से खड़े होकर दोनों नेताओं के बीच चल रही महाभारत को शांत करवाना पड़ा. जहां उन्होंने मामले को सुलझाने के लिए कहा कि 280 नियमों के अनुसार, हर सदस्यों को विधानसभा में अपनी बात रखने का हक है. जहां पक्ष-विपक्ष कुछ नहीं होता है. विधानसभा में हर किसी के लिए एक समान्य नियम-कानून बनाए गए हैं.