जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी के हजारों छात्रों ने खाली किए हॉस्टल
सीएए के विरोध में छात्र आंदोलन के दौरान पुलिस बर्बरता के बाद हजारों छात्रों ने दिल्ली के जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी के हास्टल खाली कर दिये हैं।
विश्वविद्यालय के अंदर और बाहर बने हालात के बाद परिजन लगातार इन छात्र-छात्राओं से घर लौटने के लिए कह रहे हैं। इनमें से कई छात्राएं इस विरोध प्रदर्शन का हिस्सा भी नहीं रही हैं।
छात्र बिना किसी भय के अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करें
प्रोफेसर माजिद जमील के मुताबिक, विश्वविद्यालय प्रशासन इन छात्र-छात्राओं में विश्वास बहाली के लिए प्रयास करेगा, ताकि छात्र बिना किसी भय के अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करें। प्रोफेसर जमील ने उम्मीद जताई कि पांच जनवरी को छुट्टियां समाप्त होने के साथ ही अधिकांश छात्र जामिया लौट आएंगे।
जामिया के छात्र-छात्राएं नागरिक संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ सड़क पर उतर आए थे और रविवार को छात्र-प्रदर्शन के दौरान कुछ शरारती व बाहरी तत्वों ने जमकर हिंसा भी की।
उपद्रवियों ने कई बसों व दुपहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पांच जनवरी तक अवकाश घोषित कर दिया गया है। इसके साथ ही यहां होने वाली परीक्षाओं को भी कुछ समय के लिए टाल दिया गया है।
ओडिशा के CM पटनायक ने कहा, NRC का समर्थन नहीं करेंगे
बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बुधवार को स्पष्ट कर दिया कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का समर्थन नहीं करेगी। उन्होंने नागरिकों से शांति बनाए रखने और अफवाह फैलाने वालों से सावधान रहने की अपील भी की।
पटनायक ने नई दिल्ली रवाना होने से पहले संवाददाताओं से कहा, लोकसभा और राज्यसभा दोनों में बीजू जनता दल के सांसदों ने स्पष्ट कर दिया है कि हम एनआरसी का समर्थन नहीं करते हैं। मुख्यमंत्री गुरुवार को नई दिल्ली में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में समिति की दूसरी बैठक में भाग लेंगे।
नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) 2019 का भारतीय नागरिकों से कोई लेना-देना नहीं है और यह केवल विदेशियों से संबंधित है। हाल ही में मुख्यमंत्री ने मुस्लिम समुदाय को आश्वासन दिया था कि उनकी सरकार राज्य में एनआरसी को लागू नहीं करेगी।