80 हजार में बिका ‘सुल्तान’
पिछले साल के मुकाबले इस बार मंडी में बकरों के दामों में खासी बढ़ोतरी हुई हैं। अलीगंज के इरशाद आलम ने बताया कि पिछले साल जो देसी बकरा 5 हजार में खरीदा था। इस साल उसकी कीमत नौ हजार रुपये से भी ज्यादा है। मंडी में बकरों की शुरुआती कीमत 10 हजार रुपये है। बकरा व्यापारी हाजी अली अहमद के मुताबिक उनके पास अजमेरी, राजस्थानी दुम्बा है। दुम्बे में पूछ नहीं होती है।
55 हजार से 1.35 लाख रुपये तक कीमत वाले बकरे
सींग नहीं होती है और इसके बदन पर हाथ फेरने से चिकनाहट लग जाती है और खुशबू होती है। बकरामंडी में 55 हजार से 1.35 लाख रुपये तक के दुम्बे बिकने के लिए आए हैं।बकरों के दामों में हुई बढ़ोतरी गऊघाट पर लगी बकरामंडी में सुलतान सबसे महंगा 80 हजार रुपये में बिका।बकरीद पर कुरबानी के लिए शहर की बकरा मंडी खरीदारों से खचाखच भरी हुई है।
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राजधानी में इस बार बकरों की तुलना में दुंबे खूब खरीदे जा रहे हैं। गऊघाट पर लगी बकरामंडी में बुधवार को सुलतान नाम का बकरा सचमुच सुलतान साबित हुआ।
शुरुआती कीमत 25 हजार रुपये
पूरी मंडी में सुलतान सबसे महंगा 80 हजार रुपये में बिका। काल्पी से आए बकरा व्यापारी इरफान ने बताया कि तोतापरी नस्ल के सुलतान की सही कीमत लखनऊ में ही मिलेगी और हुआ भी ऐसा ही। इसके अलावा जमनापारी नस्ल का टीपू 65 हजार और शेरू 60 हजार में बिका। मंडी में इस बार देसी से लेकर तोतापरी, अजमेरी, बर्बरी, जमनापारी बकरों की डिमांड है। इनकी कीमत सात हजार से 70 हजार के बीच है। बकरा व्यापारी शिराज के मुताबिक इन नस्लों के बकरों की कीमत वजन और ऊंचाई के हिसाब से तय होती है। शिराज ने बताया कि सिरोही नस्ल के बाद जमनापारी सबसे महंगे बिकने वाले बकरे हैं, जिनकी शुरुआती कीमत 25 हजार रुपये है। ये दो लाख रुपये तक में बिक जाते हैं।
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