आप की इस मंत्री ने अरविन्द केजरीवाल की शुगर रिपार्ट को किया साझा, सरकार पर दागे सवाल
आबकारी मामले में तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इंसुलिन और डॉक्टर परामर्श को लेकर कोर्ट में बहस हुई थी. इसी को लेकर दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने सीएम अरविंद केजरीवाल की डायबिटीज़ और शुगर लेवल रिपोर्ट को शेयर कर बड़ा दावा किया है. आतिशी ने दावा किया है कि सीएम केजरीवाल का शुगर लेवल हाई होने के बावजूद उन्हें इन्सुलिन नहीं दिया जा रहा. उन्होंने कहा कि अगर व्यक्ति को समय से इन्सुलिन नहीं मिलता है तो धीरे-धीरे उसका ऑर्गेन फेल हो सकता है.
Also Read : हर तीन महीने में छुट्टियां मनाने विदेश जाते हैं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी – अमित शाह
शेयर की 12-17 अप्रैल तक की शुगर रीडिंग
यह 12 अप्रैल से 17 अप्रैल तक, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शुगर लेवल की रीडिंग है। अगर इतने high शुगर लेवल पर insulin नहीं दी जाएगी, तो व्यक्ति को धीरे धीरे multi-organ failure हो सकता है।
यह कैसी क्रूर सरकार है जो diabetes के मरीज़ को insulin देने से मना कर रही है?… pic.twitter.com/AkDh6gJS7x
— Atishi (@AtishiAAP) April 20, 2024
आतिशी ने सोशल मीडिया एक्स पर मुख्यमंत्री केजरीवाल की शुगर रिपोर्ट की फोटी को शेयर करते हुए लिखा कि, यह 12 अप्रैल से 17 अप्रैल तक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शुगर लेवल की रीडिंग है. अगर इतने हाई शुगर लेवल पर इन्सुलिन नहीं दी जाएगी, तो व्यक्ति का धीरे धीरे मल्टी ऑर्गेन फेलियर हो सकता है. यह कैसी क्रूर सरकार है जो डायबिटीज के मरीज़ को इन्सुलिन देने से मना कर रही है?’
वहीं आप नेता सौरभ भारद्वाज ने भी सवाल उठाए. उन्होंने दावा किया है कि केजरीवाल के खिलाफ बड़ी साजिश रची जा रही है.
ईडी के आरोपों पर केजरीवाल पक्ष ने दिया जवाब
बता दें कि ईडी ने केजरीवाल पर आरोप लगाया था कि वह टाइप 2 मधुमेह के मरीज होने के बावजूद जेल में आम और मिठाई खा रहे हैं ताकि उन्हें स्वास्थ कारणों से राहत मिल सके. हालांकि इस पर जवाब देते हुए केजरीवाल के वकील सिंघवी ने कोर्ट में कहा कि कुछ अपवादों को छोड़कर केजरीवाल डॉक्टर द्वारा तैयार किये गए चार्ट के अनुरूप ही डाइट ले रहे हैं. वहीं आम के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि घर से 48 बार भेजे गए भोजन में मात्र 3 बार ही आम आए थे. 8 अप्रैल से आम न भेजे जाने की बात कही. इस दौरान केजरीवाल की तरफ से वकील रमेश गुप्ता ने कहा कि आम आदमी आम नहीं खाएगा तो क्या मशरूम खाएगा. वहीं केजरीवाल के पक्षकारों ने तिहाड़ जेल प्रशासन पर भी सवाल खड़े किये.