ये किसी कीमत पर नहीं लगवाना चाहते कोरोना वैक्सीन
एक तरफ देश में वैक्सीनेशन के लिए मारामारी हो रही. कोरोना संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीन लगाने को लोग हेल्थ सेंटर्स पर लम्बी-लम्बी लाइन लगा रहे हैं वहीं यूपी के कई इलाके हैं जहां के लोग वैक्सीन के नाम से दूर भाग रहे हैं. उन्हें वैक्सीन न लगवानी पड़े इसलिए नदी में कूद जा रहे हैं. आइए आपको बताते हैं कहां लोगों ने वैक्सीन न कराने के लिए कैसे-कैसे हथकंडे अपनाए.
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हेल्थ टीम को देखकर कूदे नदी में
बाराबंकी जिले के सिसौड़ा गांव में लोग कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन नहीं लगवा रहे थे. सही जानकारी नहीं होने की वजह से उन्हें डर सता रहा है. इसकी जानकारी हेल्थ डिपार्टमेंट को हुई तो उन्हें सही जानकारी देने और वैक्सीन लगाने के लिए गांव पहुंची. इसकी जानकारी लोगों को हुई तो घरों से भागकर सरयू नदी में कूद गए. उनके पीछे-पीछे स्वास्थ्य विभाग की टीम भी पहुंची. उन्हें डर था कि कोई डूब ना जाए. लोगों को बाहर आने के लिए मिन्नत करती रही लेकिन ग्रामीण बाहर आने को तैयार ही नहीं थे. मौके पर रामनगर के उपजिलाधिकारी राजीव शुक्ल और नोडल अधिकारी राहुल त्रिपाठी को बुलाया गया. उनके समझाने पर लोग नदी से बाहर निकले. लाख कोशिश के बाद भी पूरे गांव में सिर्फ 14 लोगों ने ही वैक्सीन लगवाया.
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वैक्सीन के नाम पर घर छोड़कर भाग जा रहे लोग
शाहजहांपुर के लोगों भी वैक्सीन लगवाने को तैयार नहीं हैं. पूरे इलाके में अफवाह फैल गयी है कि वैक्सीनेशन के बाद लोग बीमार पड़ रहे हैं और मौत हो जा रही है. इसके चलते बहुत से लोगों ने वैक्सीनेशन नहीं करा है. जब उन्हें समझाने के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम पहुंचती है घर छोड़कर भाग जाते हैं. यही हाल गाजीपुर के कुछ गांवों में भी है. यहां सकरा गांव में एक व्यक्ति की मौत वैक्सीन लगावाने के दो दिन बाद किसी कारणवश हो गयी. अब लोगों में अफवाह फैल गयी कि वैक्सीन लगवाने से मौत हो जा रही है. इसके चलते कई लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाया है. हाथरस में कोरोना संक्रमण के साथ ही ब्लैक फंगस के मामले सामने आए हैं. इसके बावजूद लोग अपना इलाज और वैक्सीनेशन कराने को तैयार नहीं हैं. पूरे देश में वेंटिलेटर के लिए मारामारी हो रही हैं लेकिन यहां के हेल्थ सेंटर्स में सभी वेंटिलेटर खाली पड़े हैं. जालौन के कठपुरवा गांव में तीन संक्रमित मरीज मिले थे. स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कैंप लगाकर जांच करने के लिए पहुंची तो कुछ लोग वहां आ धमके और टीम को वापस जाने को कहते हुए धक्का-मुक्की की. दवा को भी फेंक दिया.
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