सीएम योगी के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के नारे पर बीजेपी में ही हो रहा विरोध, पंकजा मुंडे के बाद अशोक चव्हाण ने दिया बयान
बीजेपी सांसद और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने यूपी के सीएम योगी के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के नारे को गलत और अप्रासंगिक बताया. उन्होंने कहा कि यह नारा चुनावी राजनीति का हिस्सा हो सकता है, लेकिन इसे कोई प्रासंगिकता नहीं है और लोग इसे पसंद नहीं करेंगे. चव्हाण ने व्यक्तिगत रूप से ऐसे नारों का विरोध किया. साथ ही कहा कि राजनीति में हर राजनेता को सोच-समझकर फैसले लेने चाहिए, ताकि किसी की भावनाएं आहत न हों.
अशोक चव्हाण ने बयान पर की टिप्पणी
अशोक चव्हाण ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के नारे को लेकर टिप्पणी की, जो उन्होंने आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में दिया था. चव्हाण ने यह भी कहा कि भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस द्वारा ‘वोट जिहाद’ के खिलाफ ‘धर्मयुद्ध’ की बात करना भी अधिक महत्वपूर्ण नहीं है. उनका मुख्य एजेंडा विकास है, और इसी कारण लोग उनके रुख की सराहना करते हैं.
चव्हाण, जो पहले कांग्रेस में थे और फरवरी में भाजपा में शामिल हुए, ने लोकसभा चुनाव परिणामों का जिक्र किया. कहा कि मराठा आरक्षण ने चुनाव में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने राज्य सरकार द्वारा आरक्षण संबंधी फैसलों को लेकर आशा जताई और कहा कि चुनाव का माहौल सकारात्मक है.
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यह पूछे जाने पर कि महायुति को 288 सदस्यीय विधानसभा में कितनी सीटें मिलेंगी ? इसके जवाब में चव्हाण ने कहा कि उन्होंने राज्य के कुछ हिस्सों का दौरा किया है लेकिन सभी का दौरा नहीं किया है, लेकिन उन्होंने कहा कि सरकार बनाने लायक बहुमत मिल जाएगा. बता दें कि इससे पहले बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने भी इस नारे को गलत ठहराया था.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अपनी रैलियों में ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा लगाते रहे हैं.