वीडियो : मदरसों में नहीं लागू होगा ड्रेस कोड : चौधरी
मोहसिन रजा के मदरसों में ड्रेस कोड लागू किए जाने वाले बयान का खंडन करते हुए चौधरी लक्ष्मी नारायण ने कहा है कि मदरसों में किसी तरह का कोई भी ड्रेस कोड लागू करने का कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने कहा कि ड्रेस कोड का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है इसलिए बजट का भी कोई सवाल नहीं उठता है। चौधरी लक्ष्मीनारायण ने कहा कि किसी के खाने और पहनने पर कोई पाबंदी नहीं है सभी को अपनी मर्जी से पहनने का हक है।
मदरसा अपनी इच्छा से लागू कर सकते हैं ड्रेस कोड
चौधरी ने आगे कहा कि अगर मदरसे खुद अपनी मर्जी से ड्रेस कोड लागू करें तो ये उनकी इच्छा है। लेकिन उनपर किसी तरह का कोई दबाव बनाकर इसे लागू नहीं किया जाएगा।चौधऱी ने कहा कि सीएम योगी की छवि पूरे देश में नंबर एक पर है ऐसे में इस तरह के बयान अगर आ भी जाते हैं तो उससे उनकी छवि खराब नहीं होती है। चौधरी ने कहा कि इस बयान के आने के तुरंत बाद इस बयान को खारिज कर दिया गया था।
ये था मामला
मोहसिन रजा ने कहा था कि ड्रेस कोड इसलिए होना चाहिए क्योंकि समाज और देश की मुख्यधारा से बच्चों को जोड़ना है। धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ एनसीईआरटी के लिए हम लोगों ने कैरिकुलम लागू कर दिया है। तो जाहिर सी बात है कि हम उनके अंदर और आत्मविश्वास पैदा करना चाहते हैं जो उनको ड्रेस कोड से मिलेगा। उन्होंने कहा कि उनके लिए शिक्षा में दो चीजें हैं, कि धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ वो सामाजिक शिक्षा भी लें।
आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए ड्रेस कोड का होना जरुरी
रजा ने कहा था कि उनके अंदर आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए ड्रेस कोड लागू होगा, अभी तक वो कुर्ता-पजामा पहनकर जाते हैं, ये कहां का ड्रेस कोड है, किसने लागू किया, मुझे नहीं पता और इसके बारे में आप जानकारी हासिल कर सकते हैं क्योंकि ये कोई ड्रेस कोड नहीं है।
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उन्होंने कहा कि वो बेचारे तो अपने मन से पजामा-कुर्ता पहनकर चले जाते हैं, लेकिन ड्रेस कोड जब सरकार लागू करेगी, जैसा कि हमने आम स्कूलों और कॉलेजों में देते हैं। जैसे योगी सरकार ने गरीब बच्चों को दो-दो स्वेटर, जूते, मोजे दिए। उन्होंने कहा कि हम अच्छा ड्रेस कोड उन्हें देंगे जैसा कि देश के खास स्कूलों में होता है।