यूपी के पांच सीटों पर फंसा है पेंच, बीजेपी संग कांग्रेस ने भी नहीं उतारे प्रत्याशी
यूपी: देश में लोकसभा चुनाव ( LOKSABHA ELECTION ) के दूसरे चरण के नामांकन का आज आखिरी दिन है. पहले चरण के लिए देशभर के कई सीटों पर 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. इतना ही नहीं BJP ने इस बार देश में 400 सीटों के जीतने का लक्ष्य रखा है. बीजेपी ने अब तक देश में 400 से अधिक उम्मीदवारों का एलान कर चुकी है जबकि कांग्रेस भी 200 से अधिक सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषत कर चुकी है. लेकिन देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में अभी तक BJP व CONGRESS ने रायबरेली सहित 5 सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं घोषित कर सकी है.
इन सीटों पर नहीं मिल रहें उम्मीदवार?…
रायबरेली
इलाहाबाद
कौशाम्बी
फूलपुर
केसरगंज
रायबरेली सीट को लेकर कश्मकस जारी…
बता दें की प्रदेश की सबसे हाई प्रोफाइल सीट रायबरेली को लेकर कश्मकस जारी है. प्रदेश के इन पांच सीटों में सबसे अहम् और खास रायबरेली है जो कांग्रेस का गढ़ रही है. लेकिन अब सोनिया गांधी के चुनाव न लड़ने के बाद यहां के समीकरण बदल गए हैं. कहा जा रहा है कि जब तक गांधी परिवार यहां से चुनाव लड़ता रहा है तब तक यहां BJP का मेहनत करना व्यर्थ था लेकिन अब सोनिया के चुनाव न लड़ने से यहां पर दूसरी बात हो गई है.
राज्यसभा पहुंची सोनिया गांधी…
बता दें कि स्वास्थ्य का हवाला देकर चुनावी मैदान से दूरी बनाकर सोनिया गांधी इस बार राज्यसभा सदस्य के रूप में सदन में पहुंच गईं हैं. इसके बाद उन्होंने रायबरेली से चुनाव न लड़ने का फैसला किया है. सोनिया के बाद कांग्रेस को एक भी ऐसा उम्मीदवार नहीं मिल रहा है जो उनकी विरासत को आगे ले जा सके. इतना ही नहीं 2019 लोकसभा का चुनाव राहुल अमेठी से हार गए थे. ऐसे में पार्टी को नए उम्मीदवार की तलाश है.
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BJP को क्यों नहीं मिल रहे उम्मीदवार ?
प्रदेश में अमेठी और रायबरेली से राहुल और सोनिया के चुनाव न लड़ने के बाद कांग्रेस को नए उम्मीदवार के चयन में देरी लग रही है लेकिन बीजेपी भी इन सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं घोषित कर पा रही है. बता दें कि इस सीट पर काफी समय से कांग्रेस का कब्जा रहा है लेकिन अब BJP इसे अपना गढ़ बनना चाहती है. अमेठी में बीजेपी सफल रही है लेकिन रायबरेली को लेकर ऐसे ही उम्मीदवार का वह चयन करना चाहती है.
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BJP क्यों नहीं दे रही मौजूदा सांसदों को टिकट ?
सोनिया गांधी के लोकसभा चुनाव न लड़ने के एलान के बाद वह राजस्थान से राज्यसभा संसद बन चुकी है. यह भी कहा जा रहा है कि BJP 70 वर्ष से अधिक सांसदों को टिकट देना नहीं चाहती है. इलाहाबाद से सांसद रीता बहुगुणा जोशी 70 वर्ष की हो चुकी है वहीं, केसरगंज से सांसद ब्रजभूषण सिंह कुश्ती संघ के अध्यक्ष रहते हुए लगातार विवादों में रहे थे. इसके चलते पार्टी उन्हें टिकट नहीं देना चाहती है जबकि फूलपुर से केशवी सिंह को भी पार्टी मौका देना नहीं चाहती है. उनके स्थान में पार्टी नए चेहरे को मौका देना चाहती है.
BJP राजाभैया को बना सकती है उम्मीदवार…
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, बीजेपी कौसाहबी में जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजाभैया की कौशाम्बी में राजनीति को देखते हुए उन्हें अपना उम्मीदवार बना सकती है. कहा जा रहा है कि अगर पार्टी राजाभैया को उम्मीदवार नहीं बनाती है तो उन्हें समर्थन दे सकती है. इसके बाद यह तय हो गया है कि पार्टी इस बार यहां से सांसद विनय सोनकर का टिकट काट सकती है.