BHU में नही थम रहा आंदोलन, छात्राओं ने रात में घेरा कुलपति आवास

कहा-नया हास्टल बनने के बाद भी उन्हें ओल्ड हास्टल से नही किया जा रहा शिफ्ट

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वाराणसी में काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में आयेदिन किसी न किसी समस्या को लेकर छात्र-छात्राओं के आंदोलन थमने का नाम नही ले रहे हैं. अभी पीएचडी प्रवेश परीक्षा में अनियमितता के मसले को लेकर छात्र कई दिनों से आंदोलित हैं. उनका अबतक कोई ठोस हल नही निकल पाया है. अभी यह सब चल ही रहा था कि ओल्ड इंटरनेशनल हॉस्टल में लम्बे समय से समस्याएं झेल रहीं छात्राओं को हजूम शनिवार की रात कुलपति आवास पर धमक पड़. छात्राएं हास्टल में व्याप्त दुर्व्यवस्था से काफी नाराज हैं और उनका कहना है कि इसकी कई बार शिकायत के बाद जिम्मेदारों ने कोई कार्रवाई नही की. विवश होकर उन्हें कुलपति आवास पर धरना-प्रदर्शन के लिए बाध्य होना पड़ा.

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रात में ओल्ड इंटरनेशनल हॉस्टल की दर्जनों छात्राएं कुलपति आवास के पास पहुंच गई और जमकर नारेबाजी करने लगीं. हालांकि कुलपति आवास के पास पहले से ही पर्याप्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहती है.

छात्राओं का गुस्सा देख महिला सुरक्षाकर्मी बुलाई गईं

लेकिन अचानक छात्राओं का हजूम और उनका गुस्सा देख बीएचयू प्रशासन को महिला सुरक्षाकर्मियों को बुलाना पड़ा. छात्राओं ने कुलपति आवास के पास धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है. सुरक्षा की दृष्टि से महिला और पुरुष सुरक्षाकर्मियों की तैनाती कर दी गई है. छात्राओं का कहना है कि जब न्यू इंटरनेशनल हॉस्टल बन गया है तो हमें पुराने हॉस्टल में क्यों रखा गया है? उन्होंने बताया कि ओल्ड हॉस्टल में बिजली की शार्ट सर्किट होती रहती है. लाईन चली जाती है और उन्हें पढ़ने में समस्याएं होती है. साफ-सफाई ठीक से नही होती. हमारे हॉस्टल में आएदिन सार्ट सर्किट से आग लग जाती है. इसके बाद बिजली कट जाती है और हमलोगों की पढ़ाई डिस्टर्ब होती है. हॉस्टल में अंधेरा छा जाता है. इसके अलावा अन्य कई समस्याएं हैं. प्रशासनिक अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई. हमलोगों ने कहाकि हमें नये भवन में रखा जाय लेकिन सुनवाई नही हो रही है.

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लिखित आश्वासन की जिद पर अड़ी छात्राएं

छात्राओं ने कहाकि जब तक हम लोगों को ठोस आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक हम लोग धरना प्रदर्शन करते रहेंगे. अपने अधिकार के लिए धरना-प्रदर्शन करना हमारी विवशता है, क्योंकि जिम्मेदार हमारी बात नही सुन रहे हैं. छात्राओं के धरना-प्रदर्शन की सूचना मिलने पर अन्य छात्राएं भी पहुंचने लगी हैं. उनके समर्थन में छात्र भी पहुंच रहे हैं. प्रशासनिक अधिकारी और सुरक्षाकर्मी छात्राओं को समझाकर मामले को शांत कराने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन छात्राएं लिखित आश्वासन की जिद पर अडी हुई है. गौरतलब है कि इससे पहले भी छात्र-छात्राएं अपनी समस्याओं को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इससे पहले आईआईटी बीएचयू की छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना के बाद विश्वविद्यालय कई दिनों तक आंदोलन की भेंट चढ़ गया था.

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