hospital संचालक ने सुपारी देकर कराई थी डा. तिलकधारी की हत्या

व्यवसायिक प्रतिद्वंद्विता में हुई घटना, मृतक और सुपारी देनेवाले के जौनपुर में हैं बच्चों के अस्पताल

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जौनपुर जिले की जलालपुर थाने की पुलिस ने अस्पताल संचालक डा. तिलकधारी पटेल की हत्या के मामले में एक सुपारी किलर और मुख्य शूटर महेश सोनकर के अलावा किशन सिंह को गिरफ्तार किया है. महेश सोनकर सीतमसराय का निवासी है और उसने अपने दो साथियों के साथ वारदात को अंजाम दिया था. किशन सिंह बच्चों के अस्पताल का संचालक है और उसने डा.तिलकधारी की हत्या के लिए पांच लाख रूपये की सुपारी दी थी. पुलिस ने महेश के पास से एक पिस्टल, चार कारतूस, घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल की बरामद किया है. पुलिस घटना में शामिल दो अन्य शूटरों की तलाश कर रही है.

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जौनपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय पाल ने सोमवार को मीडिया के सामने घटना का खुलासा किया. बताया कि चार जनवरी को डा. तिलकधारी पटेल की हत्या की गई थी. रविवार की रात प्रभारी निरीक्षक जलालपुर राजेश यादव सहयोगियों के साथ क्षेत्र में वाहन चेकिंग कर रहे थे. इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि डा. तिलकधारी की हत्या में शामिल महेश सोनकर सीतमसराय की ओर से कुसिया नहर की ओर मोटरसाइकिल से आ रहा है. इसके बाद पुलिस टीम ने भवनाथपुर नहर पुलिया के पास घेराबंदी कर महेश को पकड़ लिया. तलाशी में उसके पास से एक पिस्टल, चार कारतूस बरामद हुआ. पूछताछ के दौरान उसने बताया कि उसने दो साथियों के साथ डा.तिलकधारी की हत्या की थी. इसके लिए सुरेरी थाना क्षेत्र कसेरूपुरेदयाल स्थित श्रीकृष्णा बाल केयर चिकित्सालय के संचालक किशन सिंह ने उसे पांच लाख की सुपारी दी थी. इसके बाद पुलिस ने महेश की निशानदेही पर दरवेशपुर अंडरपास से किशन को गिरफ्तार कर लिया.

हत्या से पहले 20 और वारदात के बाद 25 हजार मिले थे

महेश सोनकर ने बताया कि डा. तिलकधारी की हत्या से पहले किशन सिंह ने उसे 20 हजार रूपये दिये और घटना के बाद 25 हजार रूपया मिला था. बाकी रूपये वह लेने जा रहा था तभी पकड़ लिया गया. घटना के समय किशन सिंह भी हमलोगों के साथ मौजूद था और उसी ने डाक्टर तिलकधारी पटेल के सोने वाले स्थान के बारे में जानकारी दी थी। उधर, अस्पताल संचालक किशन सिंह ने पुलिस को बताया कि वह श्रीकृष्णा बाल केयर चिकित्सालय का संचालक है और डा. तिलकधारी बाल रोग विशेषज्ञ थे और वे भी अपना अस्पताल चलाते थे. उनसे उसकी व्यवसायिक प्रतिद्वंद्विता थी. डा. तिलकधारी पटेल मेरे और हमारे हास्पिटल के खिलाफ गलत अफवाह फैलाकर हमारे अस्पताल का धंधा खराब कर रहे थे. इसके कारण मेरा अस्पताल बिल्कुल नही चल रहा था. मजबूर होकर मैने महेश सोनकर और उसके दो अन्य साथियों के साथ मिलकर 5 लाख रूपये में सुपारी देकर डा. तिलकधारी पटेल की हत्या करा दी. वारदात के समय वह मौके पर मौजूद था. महेश सोनकर शतिर अपराधी है. वह इससे पहले भी हत्या समेत संगीन मामलों में जेल जा चुका है.

घर में घुसकर मारी गई थीं पांच गोलियां

मड़ियाहूं के हुसेहरा गोपीपुर निवासी डाक्टर तिलकधारी सिंह पटेल (34) करीब नौ साल से जलालपुर चौराहे पर स्थित एक किराए के मकान में श्रीसाईं बाल चिकित्सालय के नाम से हॉस्पिटल चला रहे थे. दूसरे तल पर चिकित्सालय था और सबसे ऊपरी तल पर आवास बनाकर वहीं रहते थे. चार जनवरी की रात उनके घर में घुसकर सोते समय बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. उनकी आंख समेत शरीर के अन्य हिस्सों में पांच गोलियां मारी गई थीं. हत्या करने आये तीनों बदमाश नकाबपोश थे.

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