भेड़ियों का आतंकः 45 दिनों से कर ग्रामीण कर रहें पहरेदारी, धुंआ से भगाने में जुटा वन विभाग

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Wolves terror In Bahraich: गांव में घुसे खूंखार भेड़ियों का इतना आतंक कि ड्रोन से की जा रही निगरानी, तो कहीं रात भर जागकर लाठियों और बंदूकों से दिया जा रहा है पहरा. इन सब तमाम जतन के बावजूद एक- एक कर खूंखार जानवरों का निवाला बनता इंसान. असल में उत्तर प्रदेश के बहराइच में इस समय इंसानों और जानवरों के बीच संघर्ष चल रहा है. यह संघर्ष इस मुकाम पर है कि पिछले डेढ़ महीने में भेड़ियों के हमले में एक गांव के 8 बच्चों समेत 9 लोगों की मौत हो चुकी है.

जंगली भेड़ियों से कोहराम…

बता दें कि प्रदेश के बहराइच जिले में इस समय जंगली भेड़ियों की वजह से कोहराम मचा हुआ है. यहां के लोग क्षेत्र में आ चुके जंगली भेड़ियों से परेशान है. इस कोहराम का इलाज फिलहाल किसी के पास नहीं है. वहीं हक़ीकत यह है कि पिछले कई महीनों से चल रहे ख़ौफ को कोई ख़त्म नहीं कर पा रहा है, चाहे वह वन विभाग हो या प्रशासन.

जिले में भेड़ियों का आतंक…

बता दें कि नेपाल से सटे इस जिले में जानवरों के आतंक की बात कोई नई नहीं है. यहां पर बाघों का आतंक तो पुराण है लेकिन इस बार यह बात नई इसलिए भी है क्योंकि इस बार यह भेड़िये के शक्ल में बात सामने आई है. जंगली भेड़िये कभी दिन तो कभी रात में गांव में घुसकर बच्चों को उठा ले जाते है. अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां पर पिछले 45 दिनों में 35 गांवों के लोगों की नींद हराम हो गई है. इस 45 दिनों में भेड़ियों के हमले में 8 बच्चों के साथ एक महिला की जहां मौत हो चुकी है वहीं कुछ लोग जख्मी भी बताएं जाते हैं.

शासन – प्रशासन से उम्मीद नहीं…

वो कहा जाता है है न कि इंसानों से ज्यादा जानवर चालक होते हैं तो वह हाल यहां देखने को मिल रहा है क्योंकि यहां पर जब भी भेड़िये शिकार के लिए आते हैं तो एक दो नहीं बल्कि झुण्ड में आते हैं और अपने शिकार पर हमला कर देते हैं. अगर ऐसे में वन विभाग सारी कवायद कर एकाध को पकड़ लेते हैं लेकिन उनका पूरा झुंड छूट जाता है जिससे खतरा कम नहीं होता है. ऐसे में अब लोगों ने शासन और प्रशासन से उम्मीद छोड़ दी है और खुद अपने नौनिहालों के रखवाली शुरू कर दी है.

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मुंह में शिकार दबाकर ले जाते हैं भेड़िए

बताया जा रहा है कि महसी तहसील के भटौली गांव में अपनी दादी के साथ घर में सो रही एक बच्ची को एक भेड़िया उठा ले गया. भेड़िये ने बच्ची को अपने मुंह में दबा रखा था. दादी के शोर मचाने पर घरवाले बाहर निकले, तलाश शुरू की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. आखिरकार कई घंटे बाद बच्ची के शव के अवशेष बरामद हुए.

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भेड़ियों को भगाने का अजब- गजब तरीका…

बता दें कि वैसे वन विभाग ने भेड़ियों को भगाने का अजब तरीका अपनाया है. कहा जा रहा है कि विभाग ने हाथी की लीद और मूत्र मंगवाया है. विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि हाथी के लीद और मूत्र में आग लगा कर धुआं पैदा करने से भेड़ियों को अपने आस-पास हाथियों की मौजूदगी का अहसास होगा जिससे वो इलाका छोड़ कर भाग जाएंगे. उनका कहना है कि भेड़िये हाथी से डरते हैं.

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