झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से ईडी के अफसरों के खिलाफ दर्ज कराए गए एससी-एसटी केस में झारखंड पुलिस ने संबंधित अधिकारियों को समन भेजा है. ईडी अधिकारियों को 21 मार्च को सुबह 11 बजे थाने में मौजूद रहने को कहा गया है. सोरेन ने ईडी अफसरों पर प्रताड़ित करने और पूरे समुदाय को अपमानित करने का आरोप लगाया था. जिन अधिकारियों को समन भेजा गया है उनमें ईडी के एडिशनल डायरेक्टर कपिल राज, असिस्टेंट डायरेक्टर देवव्रत झा समेत अनुपम कुमार और अमन पटेल शामिल हैं. ईडी अधिकारी कपिल राज दिल्ली आबकारी घोटाला और हेमंत सोरेन केस दोनों देख रहे है.
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क्या है पूरा मामला
झारखंड हाई कोर्ट ने पुलिस को ईडी अधिकारियों के खिलाफ कोई भी दंडात्मक कार्रवाई न करने का निर्देश देने के एक सप्ताह बाद समन जारी किया है. रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने समन जारी होने की पुष्टि की है. लेकिन अधिक जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया. सोरेन ने 31 जनवरी को मामला दर्ज कराया था, उस दिन संघीय एजेंसी ने कथित भूमि सम्बंधी अनियमितताओं को लेकर उन्हें गिरफ्तार किया था.
ईडी ने हाई कोर्ट में दी ये दलील
ईडी ने अधिकार क्षेत्र, इरादे और कानून के आवेदन के आधार पर कड़े अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) के तहत अपने अधिकारियों के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) को चुनौती दी. यह तर्क दिया गया कि अधिनियम आधिकारिक कर्तव्य करने वाले व्यक्तियों पर लागू नहीं होता है. प्राथमिकी में सोरेन ने आरोप लगाया कि ईडी ने उन्हें और उनके आदिवासी समुदाय को परेशान करने और बदनाम करने के लिए दिल्ली में उनके आवास की तलाशी ली. कहा कि यह जानबूझकर किया गया क्योंकि ईडी अधिकारी गैर-आदिवासी समुदाय से थे. फिलहाल हेमंत सोरेन अभी जेल में बंद हैं.