Journalist कोना छिंदवाड़ा में वरिष्ठ पत्रकार पर जानलेवा हमला, बदमाशों ने हाथ-पैर तोड़े, सिर… Richa Gupta सितम्बर 22, 2024 0 दुनिया को सर्तक करने वाला लोकतंत्र का चौथा स्तंभ मीडिया भी अब सुरक्षित नहीं रहा है, हालात यह है कि कहीं भी और कभी भी पत्रकारों पर…
टॉप न्यूज़ वरिष्ठ पत्रकार रवि प्रकाश का निधन, घातक कैंसर ने ली जान Kamlesh Chaturvedi सितम्बर 20, 2024 0 मुंबई के टाटा कैंसर इंस्टीट्यूट में लंबे समय तक इलाज करवाया
#JC Special रिश्तों की तुरपाई करता दर्ज़ी Journalist Cafe जून 7, 2021 0 दर्ज़ी कभी हमारे समाज जीवन का जीवन्त हिस्सा होते थे,आज अचानक से ग़ायब हो गए हैं।उनकी जगह ले ली है डिजायनर्स ने। इन बड़े बड़े फ़ैशन…
टॉप न्यूज़ शिवरात्रि पर गूंजा ‘काठ का संंगीत’ Himanshu sharma मार्च 11, 2021 0 वरिष्ठ पत्रकार व चौथी दुनिया के संपादक रहे सुधेंदु पटेल भले ही जयपुर में निवास करते हों लेकिन उनका मन बनारस में ही रमता है। इसी…
टॉप न्यूज़ ‘सर्वश्रेष्ठ‘ का विशिष्ट विवाह, दुनिया की सबसे बड़ी वेडिंग सेरेमनी Himanshu sharma मार्च 11, 2021 0 उसका न आदि है और न अंत, वह व्यक्त भी है और अव्यक्त भी, वह दृश्य है और अदृश्य भी है। तभी तो वह विशिष्ट है और सभी में…
टॉप न्यूज़ आदमी को इंसान करना चाहते थे राहत Namita अगस्त 12, 2020 0 शेरों-शायरी की दुनिया में डॉ. राहत इंदौरी का नाम एक ऐसे सितारे की तरह है जिसकी कलम से निकलने वाले अल्फाजों की चमक कभी फीकी नहीं…
टॉप न्यूज़ बनारस पर भारी पड़ रही है बीएचयू की ‘बदइंतजामी’, पत्रकार की मौत से फिर उठे… Vishnu Kumar अगस्त 7, 2020 0 वाराणसी। बनारस दैनिक जागरण के वरिष्ठ पत्रकार राकेश चतुर्वेदी अब इस दुनिया में नहीं रहे। पत्रकार बिरादरी का एक जिंदादिल इंसान…
टॉप न्यूज़ ‘’बड़ौदा डायनामाइट केस’’ की पूरी कहानी, जॉर्ज फर्नांडिश के निजी सचिव की… Vishnu Kumar जून 26, 2020 0 वाराणसी। साल 1975 में देश में लगे आपातकाल के खिलाफ कई नेताओं ने लड़ाई लड़ी। इन्हीं लोगों में से एक थे जॉर्ज फर्नांडिस।
टॉप न्यूज़ इमरजेंसी : जब जुबान पर पड़ा था डाका – भाग दो Namita जून 26, 2020 0 साहित्यकारों, पत्रकारों की कलम हमेशा से विद्रोह की मशाल बनकर जली है। इमरजेंसी के उस दौर में कलम ने अपनी इसी कर्तव्य का पालन किया
अन्य बड़ी ख़बरें इमरजेंसी : 26 जून 1975 का वह मनहूस सबेरा – भाग एक Namita जून 26, 2020 0 स्वतंत्र भारत के राजनैतिक इतिहास में इमरजेंसी का दौर काली स्याही से दर्ज है। तकरीबन 21 महीने के उस दौर में भारत ने विरोध की…