राहुल पर कांग्रेस को भरोसा नहीं तो जनता कैसे करे' : स्मृति

0

केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने अमेठी में अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर बुधवार को जमकर निशाना साधा। लखनऊ में बीजेपी कार्यालय पर नोटबंदी की उपलब्धियां गिनाने आईं स्मृति ने कहा कि राहुल गांधी पर कांग्रेस को ही भरोसा नहीं है तो जनता उन पर कैसे भरोसा करेगी। राहुल गांधी ने बुधवार सुबह ट्वीट कर नोटबंदी को ट्रैजडी बताया था।
नेतृत्व में कांग्रेस लगातार चुनाव हार रही है
इस पर स्मृति इरानी ने कहा कि एक महानुभाव दिखावे के लिए चार हजार रुपये लाइन में लगकर बैंक से निकालते हैं। भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुके गांधी परिवार के लिए नोटबंदी ट्रैजडी ही है। मंत्री ने तंज किया ‘मिस्टर गांधी की ट्रैजडी ही है कि उनके नेतृत्व में कांग्रेस लगातार चुनाव हार रही है।
अध्यक्ष बनाने के निर्णय पर कांग्रेस दोबारा विचार
दो राज्यों के चुनाव में एग्जिट पोल आने के पहले कांग्रेस बता रही थी कि राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाएगी। एग्जिट पोल से जब यह तय हो गया एक बार फिर उनके नेतृत्व में पार्टी दो राज्य हार जाएगी तो अब अध्यक्ष बनाने के निर्णय पर कांग्रेस दोबारा विचार करने लगी है। जिस नेता पर पार्टी को ही भरोसा नहीं है उस पर गुजरात की जनता क्यों भरोसा करेगी।
also read : मुजफ्फरनगर से चुनावी बिगुल फूंकेगें योगी
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि नोटबंदी कालेधन की मुहिम के खिलाफ क्रांतिकारी कदम है। कांग्रेस सरकार से सुप्रीम कोर्ट ने एसआईटी गठित करने को कहा था लेकिन उन्होंने नहीं किया। मोदी सरकार ने पहली बैठक में ही एसआईटी गठित की। नोटबंदी के बाद कैश के सर्कुलेशन में कमी आई है।
अघोषित संपत्ति के मामले में 38% की बढ़ोतरी हुई है
नियामक एजेंसियों की जानकारी में नोटबंदी के बाद 1.60 लाख संदिग्ध ट्रांजेक्शन आए हैं। पिछली बार बैंकों में करीब 63 हजार संदिग्ध लेन-देन की जानकारी थी, इस बार यह संख्या बढ़कर 3.60 लाख पहुंच गई है। दूसरे वित्तीय संस्थानों ने पिछले साल के 40 हजार के मुकाबले इस साल 94 हजार संदिग्ध लेन-देन की जानकारी दी है। आईटी सर्च में पिछले साल के मुकाबले अघोषित संपत्ति के मामले में 38% की बढ़ोतरी हुई है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More