इस बार जेल में बंद भाइयों को राखी नहीं बांध पाएंगी बहनें
उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ऐसे में इस बार डीजी जेल आनंद कुमार ने रक्षाबंधन के मौके पर जेल के अंदर भाइयों को राखी बांधने पर रोक लगा दी है।
लेकिन इसके बावजूद भी जेलों के बंद बंदियों की कलाई सूनी नहीं रहेगी। कारागार विभाग द्वारा सभी जेलों के बाहर रक्षाबंधन डेस्क बनाया गया है।
मंगलवार को यूपी के डीजी जेल आनंद कुमार ने कहा कि राज्य के विभिन्न जेलों में बंदियों के कोरोना संक्रमित निकलने के बाद प्रशासन द्वारा विशेष सतर्कता बरती जा रही है। उन्होंने बताया कि कारागार विभाग द्वारा सभी जेलों के बाहर रक्षाबंधन डेस्क बनाया गया है।
जेल के गेट पर बनाया गया रक्षाबंधन डेस्क-
यहां पर बहनें जेल में बंद अपने भाइयों के लिए लिफाफे में राखी, टीका और चावल दे सकती हैं। मिठाई प्रतिबंधित है। वहीं महिलाओं को लिफाफे में बंदी, पिता का नाम और बैरक नंबर लिख कर देना होगा। राखी को 1 अगस्त शाम 4 बजे तक ही जमा किया जा सकता है।
डीजी जेल आनंद कुमार ने बताया कि चिट्ठियों को सैनिटाइज करने के बाद जेल प्रशासन 3 अगस्त यानी की रक्षाबंधन के दिन कैदियों को देगा। रक्षाबंधन के दिन जेलों में प्रशासन ने विशेष भोजन बनवाने के निर्देश भी दिए हैं।
बता दें कि यूपी में परंपरा रही है जेल में कैद बंदियों को राखी बांधने के लिए उनकी बहनें जेल आती हैं। इस मौके पर जेल प्रशासन सारा इंतजाम करता है। हालांकि इस बार कोरोना संक्रमण के चलते जेल में रक्षाबंधन संभव नहीं हो पाएगा।
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