शरद पवार का शिंदे सरकार पर हमला- ‘समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर हो जाते हैं देवेंद्रवासी’, कल हुई थी 26 मौतें

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महाराष्ट्र में रविवार को राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के लिए बुरा दिन रहा। पार्टी के 40 विधायकों के साथ अजित पवार ने बगावत कर दी। तो वहीं पार्टी प्रमुख शरद पवार ने भी महाराष्ट्र सरकार पर बड़ा हमला बोला। शरद पवार ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फणनवीस को समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर हुई घटना के लिए जिम्मेदार बताया। शरद पवार ने समृद्धि एक्सप्रेस-वे को देवेंद्रवासी बताया। उन्होंने कहा कि जो भी इस एक्सप्रेसवे पर जाता है, वह देवेंद्रवासी हो जाता है। यहां उन्होंने देवेंद्रवासी शब्द को मृत्यु से संबोधित किया है।

समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर हुई थी दुर्घटना

बता दें, 1 जुलाई को समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर दर्दनाक सड़क हादसा हुआ था। हादसा इतना भीषण था कि एसी बस डिवाइडर से टकराई और बाद पलटते ही आग का गोला बन गई। इस हादसे में आग में झुलसकर 26 लोगों की मौत हो गई। एक अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र में समृद्धि एक्सप्रेसवे पर पिछले 6 महीनों में कई सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। अबतक इस एक्सप्रेसवे पर 88 लोगों की मौत हो चुकी है।

**EDS: SCREENSHOT VIA PTI VIDEO** New Delhi: NCP chief Sharad Pawar addresses a press conference, in New Delhi, Saturday, June 10, 2023. (PTI Photo) (PTI06_10_2023_000240B)

‘समृद्धि एक्सप्रेस-वे में बन जाते हैं देवेंद्रवासी’

इसी घटना पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस पर जमकर हमला किया। शरद पवार ने कहा, ‘समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। मैंने भी इस मार्ग से एक बार सफर किया था। जब लोगों से मैंने उनका अनुभव पूछा तो उन्होंने मुझे बताया कि समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर हादसे में जो व्यक्ति अपनी जान गंवाता है, वह देवेंद्रवासी बन जाता है।’

हाईवे सम्मोहन से होती हैं दुर्घटनाएं

समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाएं के होने का मुख्य कारण हाईवे सम्मोहन है। इसे ड्राइविंग सम्मोहन भी कह सकते हैं। राज्य राजमार्ग पुलिस अधिकारी ने बताया कि 6 लेन चौड़े एक्सेस-नियंत्रित एक्सप्रेसवे पर दुर्घटनाओं का कारण सड़क सम्मोहन है। यहां बता दें कि हाईवे सम्मोहन या ड्राइविंग सम्मोहन को ही सड़क सम्मोहन कहा गया है। दरअसल, हाईवे सम्मोहन एक ऐसी स्थिति है, जब कोई ड्राइवर वाहन चलाते समय उस विशिष्ट अवधि को याद नहीं रख पाता, जब हादसा हुआ हो। ऐसा इसिलए होता है, क्योंकि यह एक्सप्रेस-वे काफी लंबा है। जिसमें वाहन चलाने वाला ड्राईवर झपकी लेने या कई बार आंखों में अंधेरा छाने से भ्रमित हो जाता है और दुर्घटना को जन्म देता है। अधिकारी ने कहा कि राजमार्ग पुलिस सड़क सम्मोहन की समस्या से निपटने की कोशिश कर रही है।

अब तक हो चुके हैं 39 हादसे

अधिकारी ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि पिछले साल दिसंबर में नागपुर-मुंबई एक्सप्रेसवे को आंशिक रूप से खोले जाने के बाद से इस पर कुल 39 घातक दुर्घटनाएं हुई हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा इस एक्सप्रेसवे पर 616 छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं हुई हैं। जिनमें 656 लोगों को गंभीर और मामूली चोटें आईं हैं। उन्होंने बताया कि पूरे महाराष्ट्र में 2022 में सड़क दुर्घटनाओं में 15,224 लोग मारे गए हैं। नागपुर और मुंबई के बीच 701 किलोमीटर लंबा समृद्धि एक्सप्रेस-वे फडणवीस के दिमाग की ऊपज समझा जाता है। फिलहाल विदर्भ के सबसे बड़े शहर से नासिक के भारवीर तक यह मार्ग चालू है।

 

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