अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव की विधायकी बरकरार, सपा में हो सकती है वापसी
कम हो रहीं अखिलेश और शिवपाल के बीच दूरियां
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा का दामन छोड़कर नई पार्टी (प्रगतिशील समाजवादी पार्टी) बनाने वाले उनके चाचा शिवपाल यादव के बीच रिश्तों की कड़वाहट कम हो सकती है।
अखिलेश और शिवपाल के बीच की कम हो रही हैं दूरियां
सपा के आग्रह पर विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने गुरुवार को शिवपाल यादव की सदस्यता समाप्त करने के लिए दी गई याचिका को वापस कर दिया है। याचिका को वापस लेने के बाद माना जा रहा है कि अखिलेश और शिवपाल के बीच की दूरियां कम हो रही हैं।
हालांकि, कोरोना संकट के दौर में चाचा-भतीजे के बीच कई मुलाकातें हो चुकी हैं। ऐसे में एक बार फिर सियासी चर्चा गरम है कि क्या शिवपाल की सपा यानी घर वापसी होगी?
गतिशील समाजवादी पार्टी का सपा में भी हो सकता है विलय
जानकारों का कहना है कि शिवपाल की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का सपा में विलय भी हो सकता है। हालांकि, इस विषय पर अभी कोई भी नेता खुलकर बयान नहीं दे रहा है।
शिवपाल की विधायकी बरकरार
बता दें कि सपा के नेता रामगोविंद चौधरी ने चार सितंबर, 2019 को दल परिवर्तन के आधार पर शिवपाल यादव की विधानसभा से सदस्यता समाप्त करने की याचिका दायर की थी, लेकिन बाद में सपा ने 23 मार्च को प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर शिवपाल यादव के खिलाफ दलबदल कानून के तहत कार्रवाई करने की याचिका वापस लेने की अपील की। लॉकडाउन के चलते विधानसभा सचिवालय बंद रहने की वजह से इस पर फैसला नहीं हो सका था।
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