नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में राजद का 21 दिसंबर को बिहार बंद
(एजेंसी)
नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने इसके विरोध में 21 दिसंबर को बिहार बंद का आह्वान किया है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने 21 दिसंबर को बिहार बंद के लिए लोगों से समर्थन देने की अपील की है। इस बाबत उन्होंने शुक्रवार रात ट्वीट किया।
इसे सफल बनाने में सहयोग दें
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने ट्वीट किया, “संविधान की धज्जियां उड़ाने वाले नागरिकता संशोधन अधिनियम जैसे काले कानून के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल 21 दिसंबर को ‘बिहार बंद’ करेगा। हम सभी संविधान प्रेमी, न्यायप्रिय, धर्मनिरपेक्ष दलों, गैर-राजनीतिक संगठनों और आम जनमानस से अपील करते हैं कि बढ़-चढ़कर इसे सफल बनाने में सहयोग दें।”
कांग्रेस ने मार्च निकाला
उल्लेखनीय है कि सीएए के विरोध में विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल राजद के नेता और कार्यकर्ता एकदिवसीय धरने पर भी बैठे थे, जबकि कांग्रेस ने मार्च निकाला था। शुक्रवार को राज्य के कई जिलों में मुस्लिम संगठनों द्वारा भी इस विधेयक के विरोध में जुलूस निकाला गया था।
बंगाल में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के कारण तनाव
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ पश्चिम बंगाल में सड़कें अवरुद्ध करने और रेलवे स्टेशनों पर तोड़फोड़ करने के अगले दिन शनिर को तनाव बढ़ गया है, जिससे सड़कों पर यातायात और रेल परिवहन बाधित हो गया है। सीएए और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ ने शुक्रवार को मुर्शिदाबाद जिले में पूर्वी रेलवे के बेलदांगा रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ कर दी, जिसके बाद रेल कर्मियों को वहां से भागना पड़ा।
प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन मास्टर के केबिन में आग लगा दी और टिकट काउंटर में तोड़फोड़ करने के बाद उसमें आग लगा दी।
वे रेलवे ट्रैक पर भी बैठ गए, जिससे लालगोला और कृष्णानगर के बीच रेल यातायात बाधित हो गया।