Republic Day : 15 महिलाओं की मदद से तैयार हुआ था संविधान
26 जनवरी 1950 को देश ने अपना संविधान अपनाया था। 395 अनुच्छेद और आठ अनुसूचियों में सिखाया और निर्देशित किया गया था कि अगर किसी को भारत में रहना है तो कैसे रहना है। किन नियमों और शर्तों का पालन करना है। उन्हें क्या अधिकार दिए गए हैं और क्या कर्तव्य सुझाए गए हैं।
हालांकि इतने सालों में संविधान में 104 तरह के संशोधन हुए जिसने हमारे वर्तमान के साथ भविष्य को भी मजबूत किया। 71वें गणतंत्र दिवस पर आइए जानते हैं हमारे संविधान की खूबियां और यह कैसे तैयार हुआ।
पढ़ें दिलचस्प बातें-
देश का संविधान 2 साल, 11 महीने और 18 दिन में बनकर तैयार हुआ।
2 भाषाओं हिंदी और इंग्लिश, वास्तविक संविधान को प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने लिखा था।
असली संविधान हस्तलिखित और कैलीग्राफ्ड किया गया था। इसमें 6 महीने का वक्त लगा था। ये न तो टाइपिंग है न ही टेलीप्रिंटिंग।
शुरुआत में संविधान में 395 अनुच्छेद, 8 अनुसूचियां और 22 भाग थे। इसके बाद कुल 104 संशोधन हुए।
284 सदस्यीय टीम ने अंबेडकर के नेतृत्व में संविधान को तैयार किया था। इसमें से 15 महिला सदस्य भी थीं।
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