फिटनेस में फेल 714 स्कूली और 512 बसों का पंजीयन रद्द
परिवहन विभाग में फिटनेस नहीं कराने और दुर्घटना पर अंकुश लगाने के लिए परिवहन विभाग ने स्कूली और यात्री बसों को बार बार नोटिस दिया, लेकिन वाहन स्वालमियों ने इसका संज्ञान नहीं लिया. इस उपेक्षा करने पर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. उसने पहली बार एक साथ 1226 बसों का पंजीयन रद्द कर दिया है.
सड़क दुर्घटनाओं की एक बड़ी वजह वाहनों के फिटनेस का फेल होना भी है. इसी को लेकर परिवहन विभाग ने अभियान चला रखा है. इसी क्रम में फिटनेस नहीं कराने और दुर्घटना पर अंकुश लगाने के लिए परिवहन विभाग ने स्कूली और यात्री बसों को बार बार नोटिस दिया, लेकिन वाहन स्वालमियों ने इसका संज्ञान नहीं लिया. इस उपेक्षा करने पर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. उसने पहली बार एक साथ 1226 बसों का पंजीयन रद्द कर दिया है.जानकारी के अनुसार सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन ) सर्वेश चतुर्वेदी ने 714 स्कूली और 512 यात्री बसों पर यह कार्रवाई की.
तो दर्ज कराएंगे मुकदमा
साथ ही इनकी सूची प्रवर्तन अधिकारीयों को थमाने के साथ ही उनकी सूची प्रवर्तन अधिकरियों को थमाने के साथ सड़क पर चेकिंग करने का निर्देश दिया गया है. बसों की सूची पुलिस आयुक्त को भी भेज दी गयी है. यदि ये बस सड़क पर चलती दिखी तो उनके खिलाफ प्रवर्तन अधिकारी थाने में मुकदमा दर्ज कराएंगे.
Also Read- करोड़ों रुपए टैक्स देने वालों को रोज सड़क पर पीटना व गाली देना हो बंद
प्रदेश के कई शहरों में स्कूली बसों के दुर्घटनाग्रस्त होने और कई बच्चो की मौत व घायल होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, प्रमुख सचिव परिवहन एल वेंकेटेश्वर लू व परिवहन आयुक्त सीबी सिंह के साथ बैठक में स्कूली बसों के खिलाफ टीम गठित कर विशेष चेकिंग अभियान चलाने को कहा. उप परिवहन आयुक्त वाराणसी परिक्षेत्र भीमसेन सिंह के निर्देशन में जुलाई माह में अभियान चलाया गया. 25 बंसे बंसे सीज करने के साथ 264 बसों की जांच की गयी.
Also Read- वाराणसी में पत्नी की हत्या कर युवक ने खुद भी दे दी जान, घरेलू विवाद बताई जा रही वजह
नोटिस को नजरंदाज करना पडा महंगा
जांच के बाद 64 बसों को सीज किया गया और 374 का चालान हुआ. फिर नहीं स्कूल प्रबंधको और बस मालिकों पर कोइ प्रभाव नहीं पड़ रहा था. एक से 15 अगस्त तक अभियान बढाने के साथ फिटनेस फ़ैल स्कूल प्रबंधको को चेतावनी नोटिस भूजा गया. सबने नोटिस को नजर अंदाज किया।