कौन हैं यूपी की पहली बैंकिंग वूमेन, जिन्हें पीएम मोदी कर चुके हैं सम्मानित…

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कहते हैं जब कोई महिला किसी काम को करने की ठान ले तो वह उसे अंजाम तक पहुंचाकर ही छोड़ती है. चाहे वह कितना ही कठिन काम क्यों न हो. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है प्रयागराज की रीना कुमारी ने, जिनकी चर्चा न केवल प्रदेश में बल्कि देश में है. रीना कुमारी की तारीफ पीएम मोदी कर चुके हैं. आज देश में बैंकों में काम करने कि लिए भरी भरकम स्टाफ रखे जाते हैं, लेकिन रीना कुमारी ने इसे अकेले ही कर दिखाया है. उनके इसी कारनामे के कारण पीएम मोदी रीना कुमारी को सम्मानित भी कर चुके हैं. रीना एक बीसी सखी है.

तो आइए जानते है आखिर रीना कुमारी की क्या है उपलब्ध्धि ….

2021 में शुरू किया काम…

श्रवनतदंसपेज ब्ंमि से बातचीत में रीना कुमारी ने बताया कि उन्होंने यह काम साल 2021 में शुरू किया था. रीना कुमारी प्रयागराज के हंडिया विधानसभा के नेवादा खेरुआ गांव की रहने वाली हैं. उन्होंने बताया कि उनके मन में महिलाओं की सेवा कि प्रति विचार आया और वह गांव- गांव जाकर महिलाओं के खाते खुलवाने लगी, लेकिन इस दौरान उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और वह खता खुलवाने के लिए लगातार महिलाओं से संपर्क करती रहीं.

गांव में संचालित करती है सेंटर…

उन्होंने बताया कि, अभी भी वह सेंटर का संचालन गांव में करती हैं. शुरुआत में काम करने में थोड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ा, लेकिन अब सब कुछ सामान्य हो गया है. लोग काफी संख्या में सेंटर में आते हैं और विभिन्न प्रकार की सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं.

धीरे- धीरे चढ़ी सफलता की सीढ़ी…

उन्होंने बताया कि- इसके लिए उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ी. लगातार गांव की महिलाओं के बीच जाकर पहले उनका मन जीता, उनके व्यवहार से महिलाएं प्रभावित हुई और मुझ पर भरोसा जताया. इसके बाद महिलाओं ने धीरे- धीरे अपने खाते खुलवाने शुरू किए. महिलाओं को प्रभावित करने के बाद सफलता की सीढ़ी ऐसे मिली की करीब तीन साल में रीना कुमारी 2 हजार से अधिक खाते खोल चुकी हैं. इसे वह खुद संचालित करती हैं. इस कदम से न केवल रीना कुमारी पैसा कमा रही है बल्कि बड़े-बड़े बैंकों को भी फ़ायदा हो रहा है.

लखपति दीदी सम्मेलन में रीना को मिला सम्मान..

बता दें कि. बीते 25 अगस्त को महाराष्ट्र के जलगांव में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन में पीएम मोदी रीना कुमारी को सम्मानित कर चुके हैं. बातचीत के दौरान पीएम ने रीना से उनके काम करने के तरीके कि बारे में पूछा था. पीएम ने रीना कुमारी को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी थी. रीना कुमारी इस कार्यक्रम में पूरे उत्तर प्रदेश की तरफ से जाने वाली इकलौती बीसी सखी थी, जिनको अपने काम की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का मौका मिला.

 

देश भर में फ़ैली रीना की ख्याति…

बीसी सखी रीना कुमारी कि बारे में उनके गांव के ग्राम प्रधान ने बताया कि रीना कुमारी ने जो मेहनत की है उसी का परिणाम है की आज उनकी पहचान अब पूरे देश में है. उन्हें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नरेंद्र मोदी ने अपने हाथ से सम्मानित किया और उनसे बातचीत भी की. ग्राम प्रधान का कहना है कि रीना ने उनके गांव के साथ ही पूरे क्षेत्र का मान बढ़ाया है और अब रीना कुमारी उनके गांव का गौरव बन गयी हैं.

कैसे काम करती हैं बीसी सखियां…

बता दें कि, बीसी सखी घर घर जाकर पैसे लेने के साथ पैसे जमा करने की भी सुविधा देती है. घर पर पहुंचकर खाता खोलती हैं. ये बीसी सखियां बैंक में पैसे जमा करवाने और निकलवाने के अलावा बीसी सखी को सीएससी आईडी मिलने के बाद बैंकिंग से जुड़ी अन्य सेवाएं भी उपलब्ध करवाती हैं. बीसी सखी सीएससी आईडी की मदद से बिजली बिल, फसल बीमा, खसरा खतौनी की कॉपी निकालने, किसान सम्मान निधि, सुकन्या समृद्धि योजना, वृद्धा पेंशन, दिव्यांग पेंशन, विधवा पेंशन, पीएम विश्वकर्मा योजना, पीएम सूर्यघर योजना के साथ ही अन्य सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए आवेदन करने में मदद करती हैं.

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कईयों के लिए प्रेरणाश्रोत बनी रीना…

रीना कुमारी ने बीसी सखी बनकर अपने गांव के साथ ही आसपास के इलाके के लोगों का बैंक में खाता खुलवाया. रीना के इस कार्य से जहां ग्रामीणों को बैंकिंग मदद मिली वहीं रीना की कमाई भी अच्छी हो गई. लेकिन यह कमाई उनकी मेहनत पर निर्भर है. रीना के इस कार्य को देख अन्य महिलाएं भी प्रेरित हुई हैं और उन्होंने भी यह काम शुरू कर दिया है.

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