रिजर्व बैंक ने 0.35 फीसदी बढ़ाया रेपो रेट, कार, होम और पर्सनल लोन पर पड़ेगा असर
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की पॉलिसी का ऐलान हो गया है. रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांता दास ने रेपो रेट में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी का एलान किया है. इस साल ब्याज दरों में यह 5वीं बढ़ोतरी है. रेपो रेट बढ़कर 6.25 फीसदी हो गया है. पॉलिसी का एलान करते हुए आरबीआई गवर्नर ने कहा कि महंगाई अभी भी चिंता का विषय है. रेपो रेट में बढ़ोतरी का असर होम लोन, कार लोन और पर्सनल होन की EMI पर पड़ेगा.
एफडीआई प्रवाह अप्रैल से अक्टूबर 2022 में बढ़कर 22.7 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले साल की इसी अवधि में 21.3 अरब डॉलर था: आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास pic.twitter.com/uPjEc10br4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 7, 2022
बता दें कि रेपो रेट वह दर होता है, जिस पर रिजर्व बैंक अन्य बैंकों को कर्ज देता है. जाहिर है कि अगर बैंकों के लिए आरबीआई से कर्ज उठाना महंगा होगा तो बैंक इसका बोझ आम आदमी पर भी डालेंगे.
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कोरोना काल मे घटा था रेपो रेट…
इससे पहले भी कोरोना काल में रिजर्व बैंक ने आम आदमी पर कर्ज का बोझ घटाने और राहत देने के लिए रेपो रेट में बड़ी कटौती की थी. उस समय रेपो रेट को करीब 2.50 फीसदी घटाकर 4 फीसदी कर दिया गया था. कोरोना काल के बाद अब रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को बढ़ाना शुरू किया हैं. जिसका सबसे बड़ा कारण महंगाई का दबाब है. सितंबर में खुदरा महंगाई की दर 7.4 फीसदी पहुंच गई थी, जो अक्टूबर में थोड़ा घटकर 6.7 फीसदी पर आ गई है. यही कारण है कि इस बार रेपो रेट में भी आरबीआई ने पहले के मुकाबले कम वृद्धि की है.
एमपीसी बैठक में शामिल 6 सदस्यों में से 4 सदस्यों ने रेपो रेट बढ़ाने के पक्ष में वोट किया है. उनका मानना था कि महंगाई के काबू में आने तक ब्याज दरों को ऊपर रखना जरूरी है. एमपीसी का लक्ष्य बुनियादी महंगाई को नीचे लाना है और इसकी आगे लगातार समीक्षा की जाएगी. अनुमान है कि अगले 12 महीने तक खुदरा महंगाई दर 4 फीसदी से ऊपर ही बनी रहेगी.
विकास दर का अनुमान घटा…
बढ़ती महंगाई और खपत में गिरावट की वजह से रिजर्व बैंक को विकास दर का अनुमान भी घटाना पड़ा है. रिजर्व बैंक ने पहले चालू वित्तवर्ष के लिए विकास दर का अनुमान 7 फीसदी लगाया था, जो अब घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया है. हाल में जारी दूसरी तिमाही के विकास दर आंकड़े भी सुस्त रहे हैं. दूसरी तिमाही में विकास दर 6.3 फीसदी थी, जो पहली तिमाही में 13 फीसदी से भी ऊपर गई थी.
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