Ram mandir: काशी की प्रेरणा से विशालकाय नगाड़ा रामलला को समर्पित

56 इंच डायमीटर और 450 किलो है वजन, जल्दस पहुंचेगा अयोध्याऊ

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AYODHYA: अयोध्या में होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की कड़ी में काशी की प्रेरणा से तैयार एक विशालकाय नगाड़ा रामलला को समर्पित करने की तैयारी है. नगाड़ा अगले सप्तानह अयोध्या पहुंचाने की उम्मीद  है. इस नगाड़े के निर्माण के लिए काशी में बसे गुजरात के दबगर समाज के लोगों ने पहल की है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा और उसके बाद प्रभु राम की आरती के दौरान उस नगाड़े की आवाज पूरे मंदिर परिसर में गूंजेगी. इससे माहौल आध्यानत्मिक होगा.

गुजरात में किया गया तैयार

गुजरात के भरुच में इस नगाड़े को तैयार किया गया है. इसकी ऊंचाई व व्यास 56-56 इंच है. इसका वजन 450 किलोग्राम है. लोहे की एक इंच मोटी चादर से नगाड़े का ढांचा तैयार किया गया. फिर उसपर तांबे की परत और सोने-चांदी का पानी चढ़ाकर नक्काशी कराई गई. इसमें कुल सात लाख रुपये का खर्च आया. नगाड़े के लिए एक रथ भी तैयार किया गया है ताकि उसे आसानी से कहीं भी ले जाया जा सके. रविवार को इसे अयोध्या रवाना किया गया. अगले तीन दिनों में वह अयोध्या पहुंचने की संभावना है.

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बीएचयू से भी जुडा है नगाड़े का स्वररूप

बीएचयू में कार्यरत दबगर समाज के विनोद कुमार ने बताया कि बनारस के कुछ सदस्यों ने राममंदिर में तरफ से परंपरागत कला अर्पित करने का सुझाव दिया. ऑल इंडिया दबगर समाज ने तब योजना बनायी. काशी में रहने वाले सोनभद्र के सीएमओ डॉ. अश्विनी कुमार ने 5100 रुपये का पहला सहयोग दिया. उनके बाद काशी में समाज के लगभग चार हजार सदस्यों ने क्षमतानुसार धन अर्पित किया.

सवा महीने तक जलने वाली अगरबत्ती भी पहुंच रही

गुजरात से दबगर समाज के साथ ही दूसरे समाज की तरफ से भी रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए काफी सामग्री भेजी जा रही है. दबगर समाज नगाड़े के अलावा 61 किलो का घंटा भी भेज रहा है. गुजरात के एक मंदिर ने प्रभु के भोग के लिए कांसे के बर्तन, अनाज भेजे हैं. इनके अलावा 108 फीट लंबी अगरबत्ती भी तैयार की गई है. दावा है कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन जलने वाली यह अगरबत्ती सवा महीने तक निरंतर सुगंध घोलती रहेगी.

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