पूर्वांचल में किसान आंदोलन की अलख जगाने निकले राकेश टिकैत, केंद्र सरकार के खिलाफ भरी हुंकार
कृषि कानून को लेकर दिल्ली की सरहद पर खींचतान जारी है। किसान अपनी मांगों पर अड़े हैं तो दूसरी ओर सरकार भी झुकने को तैयार नहीं है। इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ लगातार विरोध कर रहे हैं।
आंदोलन को मजबूती देने के लिए वो बुधवार को पूर्वांचल के दौरे पर पहुंचे राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध किया। उन्होंने कहा की राजनीतिक तौर पर नहीं बल्कि आंदोलन से कृषि बिल का हल निकलेगा।
सड़क मार्ग से बलिया हुए रवाना
बलिया रवाना होने से पहले उन्होंने बनारस में मीडिया से कहा कि किसान का भला किसान आंदोलन से ही होगा। राजनीतिक पार्टी के लोग चुनाव लड़ेंगे तो उनको चुनाव लड़ने दो। किसान आंदोलन तो जनता करेगी और जनता तो सड़क पर आ गई है।
बलिया में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद राकेश टिकैत गुरुवार को तीन दिनों के लिए पश्चिम बंगाल रवाना हो जाएंगे। सरकार पर हमला बोलते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन स्थल पर कोई राजनीति वाला तो मिला नहीं, ना ही किसी का टेंट लगा है। वहां केवल किसान बैठे हैं। करो या मरो के नारे से ही आजादी मिलती है।
अगले एक दो महीने में हल निकलने की उम्मीद
राकेश टिकैत ने आगे कहा कि बलिया क्रांतिकारियो की धरती है। बिहार जुड़ा है बलिया से। यहीं से करो या मरो का का नारा निकलेगा। उन्होंने कहा कि आज़ादी की लड़ाई भी 90 साल चली थी और उम्मीद है कि अगले एक दो महीने में किसान आंदोलन का हल निकल आएगा।
आपको बता दें की पिछले तीन महीने से किसान आंदोलन कर रहे हैं। कृषि बिल को लेकर सरकार और किसानों के बीच 11दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन कोई हल नहीं निकला।
यह भी पढ़ें: किसान महापंचायत के दौरान अचानक टूटा मंच, नीचे गिरे किसान नेता राकेश टिकैत
यह भी पढ़ें: आंदोलन में आए बदलाव पर टिकैत ने कहा- तूफान में सूखी टहनी-डालियां टूट गईं, मजबूत स्तंभ बरकरार
[better-ads type=”banner” banner=”104009″ campaign=”none” count=”2″ columns=”1″ orderby=”rand” order=”ASC” align=”center” show-caption=”1″][/better-ads]
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं। अगर आप डेलीहंट या शेयरचैट इस्तेमाल करते हैं तो हमसे जुड़ें।)