राजस्थान: चुनावी काउंटडाउन में पीएम को याद आए राजेश पायलट, क्या है वजह….
पीएम ने चुनावी सभा में क्या दिया था बयान...
राजस्थान: प्रदेश में कल होने वाले मतदान से पहले सियासी पारा चढ़ा हुआ है. इसी पारे के बीच पीएम मोदी ने राजेश पायलट का नाम लेकर प्रदेश की राजनीति की सरगर्मियां बढा दी है. बता दें कि पीएम मोदी राजस्थानमें आयोजित एक रैली संबोधित कर रहे थे. इसमें पीएम मोदी ने राजेश पायलट को लेकर एक बयान दिया, जिसके बाद कांग्रेस में जमकर हलचल पैदा हो गई है. उधर, पीएम मोदी के अचानक इस बयान को लेकर सियासत में भी चर्चा होने लगी है. सियासी गलियारों में इसके मायने ढूंढने के प्रयास किए जा रहे हैं. आखिर क्या वजह है कि मतदान से दो दिन पहले पीएम मोदी को राजेश पायलट की याद आई. सियासत के चाणक्यों का कहना है कि पीएम मोदी ने ‘राजेश पायलट कार्ड’ को फेंकने के पीछे बड़ी रणनीति है. इसको लेकर जमकर बहस शुरू हो चुकी है.
पीएम ने चुनावी सभा में क्या दिया था बयान…
बता दें कि पीएम मोदी ने गत दिनों भीलवाड़ा की चुनाव सभा में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में सभा को संबोधित किया. इस दौरान मोदी ने राजेश पायलट और सचिन पायलट लेकर गांधी परिवार को जमकर घेरा
पायलट ने मोदी को दिया जवाब…
मोदी के बयान के बाद सचिन पायलट ने उन्हें पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि मोदी केवल लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की राजनीति करते हैं. उन्होंने पीएम मोदी के राजेश पायलट पर की गई टिप्पणी को लेकर तथ्यात्मक रूप से गलत बताया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का बयान तथ्य से परे है. उन्होंने कहा कि उन्हें मेरे भविष्य की चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है. गांधी परिवार से उनके दशकों से संबंध है. इसके अलावा कांग्रेस पार्टी से तो उनके दिल के रिश्ते हैं.
गुर्जर वोटर्स को साधने के लिए चला दांव…
पीएम मोदी के बयान के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अचानक राजेश पायलट की याद करना , इसे मोदी की बड़ी रणनीति है. चर्चा है कि मतदान के दो दिन पहले सचिन पायलट और राजेश पायलट को लेकर बयान देकर मोदी गुर्जर वोटर्स से सहानुभूति लेने की कोशिश में है. इसके चलते मोदी गुर्जर वोट बैंक को डायवर्ट करना चाहते हैं. क्योंकि पिछली बार कांग्रेस ने सचिन पायलट को CM नहीं बनाया. इसको लेकर गुर्जर समाज में कांग्रेस के लिए कहीं ना कहीं नाराजगी है. मोदी इस नाराजगी को भूनाने का प्रयास कर रहे हैं.
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गुर्जर समाज को सन्देश?…
पीएम मोदी की ओर से दिए गए बयान के बाद इसे गुर्जर वोटर्स को साधने की बड़ी कोशिश मानी जा रही है. बयान के माध्यम से पीएम मोदी गुर्जर समाज को यही संकेत देने की कोशिश कर रहे हैं कि कांग्रेस ने राजेश पायलट और सचिन पायलट के साथ गलत किया है और कांग्रेस में इनकी उपेक्षा हो रही हैं. जिसके कारण सचिन को आज भी सजा भुगतनी पड़ी रही है. ऐसे में मोदी ने ‘तुरुप का इक्का’ फेंक कर गुर्जर समाज को बीजेपी की तरफ मोड़ने की बड़ी कोशिश की है.