स्मार्ट सिटी की बारिश ने खोली पोल, कई इलाकों में भरा है अभी भी पानी
वाराणसी में बारिश व बूंदाबांदी ने जहां मौसम सुहाना कर दिया वहीं कईयों के लिए यह आफत की भी सबब साबित हुआ. कई इलाकों में जहां बारिश के घंटों बाद भी पानी लगा रहा वहीं सड़कों-गलियों में जमा पानी व्यवस्था को मुंह चिढ़ाता नजर आया.
साफ-सफाई के तमाम दावों की पोल खोलते हुए गुरुवार की दोपहर में शुरु हुई धीमी बारिश के बाद शुक्रवार की सुबह तक बूंदा-बांदी ने स्मार्ट सिटी की धज्जियां उड़ा दी. इस बारिश व बूंदाबांदी ने जहां मौसम सुहाना कर दिया वहीं कईयों के लिए यह आफत की भी सबब साबित हुआ. कई इलाकों में जहां बारिश के घंटों बाद भी पानी लगा रहा वहीं सड़कों-गलियों में जमा पानी व्यवस्था को मुंह चिढ़ाता नजर आया. सीवर जाम की समस्याएं आम रहीं. नगर निगम और जलकल बारिश से पहले साफ सफाई, नाली सफाई, सीवर सफाई को लेकर दावे कर रहा था परंतु जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग दिखाई पड़ रही है. प्रभावित इलाकों के लोग नगर निगम और जलकल को कोसते नजर आए.
एक दिन की बारिश ने बनाया रिकार्ड
इस मानसून सीजन में बीते गुरुवार को एक दिन की हुई बारिश ने रिकॉर्ड बनाया है. दिन में मात्र दो घंटे में ही 46.2 मिलीमीटर बारिश हुई. सुबह से मौसम साफ रहा. धूप थी, लेकिन बादलों की आवाजाही से उसका असर थोड़ा कम रहा. दोपहर में करीब दो बजे गरज-चमक के साथ बारिश शुरू हुई. इसका नतीजा रहा कि हर ओर पानी ही पानी दिखा.
Also Read- वाराणसी में पूर्व सांसद की पत्नी को बेटों- बहुओं पर किस वजह से कराना पड़ा मुकदमा
शहरी इलाकों में हुई दुर्दशा
हम बात कर रहे हैं ककरमत्ता उत्तरी क्षेत्र (38) की. ककरमत्ता उत्तरी वार्ड नंबर 38 के रहने वाली उर्मिला देवी, गुलाबी देवी, सुरेखा, रूपा देवी, सुंदरी, मोहम्मद वकील अंसारी, और मुन्नालाल पटेल का कहना है कि बरसात के कारण उनके घरों में पानी घुस गया है.
समस्याओं के बीच समीप के तालाब में बरसात का पानी इकट्ठा हुआ है और उसका गंदा पानी बरसात के पानी के सहारे घरों में घुस गया है.पानी जमा होने मुख्य कारण सीवर लाइन चोक होना है. लोगों का आरोप है कि बरसात से पहले ही उन्होंने इसकी शिकायत जलकर नगर निगम सहित अन्य स्थानों पर की थी लेकिन सीवर लाइन साफ नहीं किया गया.
Also Read- पूर्वांचल के जिलों सहित आसपास के प्रदेशों के लिए वरदान साबित होगा यह अस्पताल
जिसके कारण बरसात का पानी यहां से निकल नहीं पाया और धंधा पानी हम लोगों के घरों में घुस गया. इससे लोगों को सोने, उठने, बैठने, नहाने समेत बच्चों को स्कूल जाने में समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं. इतना ही नहीं गली में भी पानी भर गया है जिससे पानी के बीच से वे आने जाने को विवश हैं.
शिकायत पर पार्षद प्रतिनिधि आए और घूम कर चले गए. गंदे पानी के कारण पैरों में खुजली भी होने लगी है जिससे बच्चे बीमार पड़ने लगे हैं. वह स्थानीय लोगों ने कहा कि सबसे शिकायत करके हम लोग थक चुके हैं परंतु समस्या का समाधान कोई भी करने को तैयार नहीं है.