राहुल : एक आंसू भी हुकूमत के लिए खतरा है…
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को ट्वीट और अखबार में लेख के जरिए नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘नोटबंदी एक त्रासदी है। हम उन लाखों ईमानदार भारतीयों के साथ खड़े हैं जिनकी जिंदगी और रोजीरोटी प्रधानमंत्री के इस विचारहीन कृत्य की वजह से बर्बाद हो गई।
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तुमने देखा नहीं आंखों का समंदर होना
राहुल ने एक फोटो भी ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने शायराना अंदाज में सरकार पर निशाना साधा है। नोटबंदी के दौरान लाइन में खड़े एक रोते हुए बुजुर्ग की तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा, ‘एक आंसू भी हुकूमत के लिए खतरा है, तुमने देखा नहीं आंखों का समंदर होना।’
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देशवासियों को महज चार घंटे का नोटिस दिया
राहुल ने एक अखबार में छपे लेख में लिखा है – इस फैसले के चलते प्रधानमंत्री ने एक समय फल-फूल रही अर्थव्यवस्था के प्रति विश्वास का सफाया कर दिया है। एक साल पहले प्रधानमंत्री ने भारतीय रिजर्व बैंक की अनदेखी कर और अपने मंत्रिमंडल को एक कमरे में बंद कर अपनी एकपक्षीय एवं मनमानी विमुद्रीकरण योजना की घोषणा की थी और देशवासियों को महज चार घंटे का नोटिस दिया। उन्होंने लिखा, प्रधानमंत्री ने दावा किया कि उनके निर्णय का लक्ष्य भ्रष्टाचार का सफाया है।
परिश्रमी भारतीयों के जीवन को तबाह कर दिया
बारह महीनों में केवल यही चीज हुई है कि उन्होंने एक समय फूलती-फलती हमारी अर्थव्यवस्था के प्रति विश्वास का सफाया कर दिया। नोटबंदी के कारण अनौपचारिक श्रम क्षेत्र तबाह हो गया और कई छोटे एवं मध्यम व्यापार बंद हो गए। इसने लाखों परिश्रमी भारतीयों के जीवन को तबाह कर दिया।
चीन का वैश्विक रोजगार बाजार पर प्रभुत्व
उन्होंने कहा कि सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी के आकलन के अनुसार, नोटबंदी के बाद प्रथम चार महीनों में 15 लाख लोगों ने रोजगार गंवा दिया। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने लेख में कहा कि मोदी जैसे लोकतांत्रिक रूप से चुने गए तानाशाहों का उदय दो कारणों से होता है – पहला संपर्क में व्यापक स्तर पर वृद्धि व संस्थानों पर इसका गहरा प्रभाव व दूसरा चीन का वैश्विक रोजगार बाजार पर प्रभुत्व।
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