भारतीय क्रिकेट टीम के नए कोच की तलाश खत्म हो गई है। टीम इंडिया के मौजूदा कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल इस महीने से शुरू हो रहे टी20 विश्व कप के बाद खत्म हो रहा है। इस टूर्नामेंट के बाद वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।
बीसीसीआइ ने इस पद के लिए पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ से बात की और वह इस जिम्मेदारी को उठाने के लिए तैयार हुए। साल 2023 विश्व कप तक वह टीम इंडिया के कोच पद को संभालने के लिए राजी हो गए हैं।
मुश्किल से राजी हुए द्रविड़-
इसके अलावा पारस म्हाम्ब्रे को गेंदबाजी का कोच चुना गया है। उनका कार्यकाल भी साल 2023 तक रहेगा। हालांकि पहले वह इसके लिए राजी नहीं थे।
फिर बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह ने इस मामले में राहुल से मुलाकात की और उनको कोच पद की जिम्मेदारी संभालने के लिए मना लिया।
द्रविड़ का कोच रहते कैसा रिकॉर्ड रहा है ?-
कोच चुने जाने के बाद राहुल से साल 2023 के वर्ल्ड कप में खास उम्मीद है। इसके पीछे वजह है कोच रहते हुए उनका रिकॉर्ड। इससे पहले वे 2016 से 2019 तक भारत अंडर -19 और भारत ए टीमों के लिए मुख्य कोच थे।
उनके कोच रहते अंडर -19 टीम ‘2016 अंडर -19 क्रिकेट विश्व कप’ में उपविजेता रही। इतना ही नहीं, ‘2018 अंडर -19 क्रिकेट विश्व कप’ में विजेता रही। 2019 में BCCI ने राहुल द्रविड़ को NCA का अध्यक्ष नियुक्त किया।
ऐसा रहा क्रिकेट कॅरिअर-
राहुल द्रविड़ को अक्टूबर 2005 में भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तान बनाया गया था। 2 साल बाद सितंबर 2007 में उन्होंने अपने इस पद से इस्तीफा दे दिया। साल 2012 के मार्च में उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संयास ले लिया।
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