यूपी में घर में गाय पालना अब महंगा करने की तैयारी
लाइसेंस शुल्क बीस रुपये से बढ़ाकर पांच हजार करने की तैयारी।
दोबारा घूमते पकड़े जाने पर निरस्त होगा लाइसेंस जब्त होगी गाय।
दैनिक जागरण की खबर है कि कुछ लोग शौकिया एक गाय पालते हैं, लेकिन धीरे-धीरे गायों की संख्या बढऩे पर वे दूध बेचने लगते हैं।
गाय पालने वाले उसे सड़क पर ही बांध देते हैं या फिर पेट भरने के लिए सड़कों पर छोड़ देते हैं। लेकिन, अब गाय पालने वालों को नगर निगम के सख्त नियमों से गुजरना होगा।
अभी तक बीस रुपये शुल्क देने पर गाय पालने का लाइसेंस बन जाता था, लेकिन अब लाइसेंस शुल्क की राशि दो हजार से पांच हजार रुपये करने की तैयारी है।
पांच दिसंबर को होने वाली नगर निगम कार्यकारिणी समिति की बैठक में इस प्रस्ताव को लाया जाएगा।
गायों की निगरानी तंत्र को भी मजबूत किया जाएगा
अखबार आगे कहता है कि लाइसेंस शुल्क बढ़ाने के साथ ही गायों की निगरानी तंत्र को भी मजबूत किया जाएगा।
लाइसेंस जारी होने के समय ही एक माइक्रो चिप रीडर भी गाय के शरीर में डाला जाएगा।
यह चिप एक इंजेक्शन से गाय में फिट कर दिया जाएगा।
अगर पहली बार गाय बाहर घूमती पकड़ी गई तो जुर्माना देकर पशुपालक छुड़वा लेंगे।
दोबारा पकड़े जाने पर चिप से यह पता चल जाएगा कि यह गाय किस दिन और कहां से पकड़ी गई है।
दोबारा गाय के पकड़े जाने की जानकारी मिलते ही नगर निगम गाय को जब्त कर लेगा और उसका लाइसेंस भी निरस्त कर देगा।
मात्र 97 लोगों ने बनवाए हैं लाइसेंस
अखबार कहता है कि शहर में गाय पालने का लाइसेंस बनवाने वालों की संख्या भी सीमित है।
शहर के हर मोहल्ले में गाय पालने वाले मिल जाएंगे, लेकिन नगर निगम से लाइसेंस कुछ ही लोग बनवाते हैं।
गर निगम के अभिलेखों में मात्र 97 लोगों का ही जिक्र हैं, जो लाइसेंस लेकर गाय पाल रहे हैं।
यह होंगे नियम
लाइसेंस लेने से पहले पड़ोसी से अनापत्ति लेनी होगी कि उसे कोई एतराज तो नहीं है।
गाय पालन के लिए कम से कम 150 वर्ग मीटर की अलग से जगह होनी चाहिए
अधिकतम दो गायों का ही लाइसेंस मिलेगा। इसमें चाहे बछड़ा हो या फिर गाय।
क्या कहते हैं अफसर ?
गाय को एक माइक्रो चिप लगाई जाएगी
नगर निगम पशु कल्याण उप निदेशक डॉ. अरविंद राव के मुताबिक, ‘शहर की सड़कों पर गायों की बढ़ती संख्या पर अंकुश लगाने की तैयारी है।
लोग कई गाय तो पाल लेते हैं, लेकिन उसे खाने के लिए सड़क पर छोड़ देते हैं।
अब बिना लाइसेंस कोई गाय नहीं पाल पाएगा।
लाइसेंस शुल्क दो हजार से पांच हजार करने का प्रस्ताव नगर निगम कार्यकारिणी समिति के समक्ष रखा जाएगा।
गाय को एक माइक्रो चिप लगाई जाएगी, जिससे दोबारा उसके पकड़े जाने पर लाइसेंस निरस्त कर गाय को जब्त किया जा सकेगा।