सेंसर का काम है प्रमाण देना , न कि काट-छांट करना : बाल्कि
फिल्मकार आर.बाल्कि का कहना है कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के नवनियुक्त अध्यक्ष प्रसून जोशी एक समझदार शख्स हैं, जो सिनेमा का उचित तरीके से समर्थन करेंगे। दोनों फिल्मकार विज्ञापन फिल्मों में लेखक के रूप में भी काम कर चुके हैं।
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…जहां सरकार कहेगी कि ‘यह नहीं करो, वह मत करो
बाल्कि ने यहां मीडिया को बताया, “मुझे लगता है कि प्रसून बहुत समझदार और रचनात्मक शख्स हैं। वह इस बात को समझते हैं कि सिनेमा का उद्देश्य क्या है..वह वास्तविक कारण को समझते हैं कि एक सेंसर बोर्ड है और यह एक प्रमाणन बोर्ड है।”फिल्म ‘चीनी कम’ के निर्देशक ने कहा कि कुछ चीजें ऐसी होंगी जहां सरकार कहेगी कि ‘यह नहीं करो, वह मत करो’ लेकिन कुछ घटनाएं होती रहती है, ये अपवाद होते हैं, नियम नहीं।
सेंसर बाेर्ड को फिल्मों का समर्थक होना चाहिए
हालांकि, बाल्कि को लगता है कि पूरा परिदृश्य बदल चुका है। बाल्कि के मुताबिक, “प्रसून बोर्ड काम को समझेंगे कि इसका काम फिल्मों को प्रमाण देना है, न कि कांट-छांट करना। सेंसर बोर्ड फिल्मों का समर्थक होता है, न कि उन्हें खत्म करने वाला..मुझे लगता है कि सेंसर बोर्ड का काम हमारी फिल्मों को सुरक्षा प्रदान करना है न कि उन पर हमला करना है।”
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बाल्कि की अगली फिल्म ‘पैडमैन’ है, इसमें अक्षय कुमार, राधिका आप्टे और सोनम कपूर हैं। फिल्मकार गुरुवार को फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन (एफएलओ) के एक सत्र में अपनी पत्नी गौरी शिंदे के साथ भाग लेने के सिलसिले में यहां आए थे।
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