‘अवॉर्ड वापसी’ पर प्रकाश का यू टर्न
साउथ के सुपर विलेन जिन्हे आप बॉलिवुड़ में भी सिघंम दबंग जैसी फिल्मो में खलनायक की भूमिका निभाते हुए देख चुके है जी हा हम बात कर रहे तमिल फिल्मो के अभिनेता प्रकाश राज की जो कि अपनी रियल लाइफ में भी काफी गुस्सैल स्भाव के है जिसकी वजह से वह काफी आलोचना झेल चुके है।
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गौरी लंकेश की हत्या पर बोले राज
पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या का विरोध पूरे भारत में हुआ , लंकेश की हत्या पर सवाल उठाते हुए प्रकाश राज ने अपने राष्ट्रीय पुरष्करा लौटाने की बात कही थी लेकिन यह बात मीडिया में सुर्खिया बनने के बाद उन्होने कहा कि इतने बड़े भी मुर्ख नही है कि राष्ट्रीय पुरष्करा लौटा दे यह आवॉर्ड उन्हे उनके काम के लिए मिले है जिस पर उन्हे गर्व है
अपने गुस्से की वजह से 5 बार हुए है बैन
अपने गुस्से के चलते प्रकाश राज को तमिल सिनेमा से 5 बार बैन किया जा चुका है जिसके बाद माफी मागने पर उन से बैन हटाया गया।
हिंदी में भी काफी लोकप्रिय हुए
वैसे तो प्रकाश राज की पहचान तेलुगु सिनेमा की है लेकिन हिंदी फिल्मो में भी उन्हे नई पहचान मिली है , सिंघम फिल्म में जयकांत शिकरे का किरदान निभा कर अपनी गहरी छाप छोडी थी
5 नेशनल आवार्ड अबतक प्रकाश की झोली में है
गौरी लंकेश की हत्या में प्रकाश ने मोदी व योगी पर जमकर निशाना साधा था राज ने मोदी को खुद से अच्छा अभिनेता तो योगी को पुरोहित कहा था साथ ही नेशनल अवार्ड वापस करने की बात भी कही थी
जाने कब और किन फिल्मो के लिए मिले है नेशनल अवार्ड
- 1997 में इरुवर के लिए सर्पोटिंग एक्टर का पहला राष्ट्रीय पुरष्कार मिला
- 1999 में तमिल फिल्म अंथापुरम के लिए स्पेशल ज्यूरी अवॉर्ड मिला
- 2003 में बहुभाषायी फिल्मो के लिए स्पेशल ज्यूरी अवॉर्ड से नवाजा गया
- 2010 में कन्नड़ फिल्म पटटाकना हाइवे के लिए नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया
- 2007 मे तमिल फिल्म कांचीवरम के सर्वश्रेष्ट अभिनेता का पुरस्कार मिला
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