‘न्यू इंडिया स्वस्थ हो, सशक्त हो, आप सब आयुष्मान हों’- मोदी

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भारत को आयुष्मान बनाने और जन-जन को आरोग्य बनाने के लिए दुनिया की सबसे बड़ी और महत्वाकांक्षी योजना ‘आयुष्मान भारत’ का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को झारखंड की राजधानी रांची के धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने पांच लोगों मंजू हेम्ब्रम, रुबी परवीन, चंदन कुमार राम, मुकेश कुमार और पूनम देवी को गोल्डेन ई-कार्ड प्रदान किया.

प्रधानमंत्री का संबोधन

-नागरिक अस्वस्थ हो, तो राष्ट्र सशक्त नहीं हो सकता : नरेंद्र मोदी

-82 नये मेडिकल कॉलेज देश में बनाये जा रहे हैं. सरकार का जोर है कि तीन-चार संसदीय सीटों के बीच में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज जरूर हो. कोडरमा और चाईबासा में बनने वाले मेडिकल कॉलेजों में 400 बेड की सुविधा बढ़ने वाली है.

-नवजात बच्चों का जीवन बचाने से जुड़े आंकड़े हों या प्रसूता का जीवन बचाने के, भारत स्वस्थ भारत बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. राष्ट्रीय पोषण मिशन जैसी योजना शुरू की है, ताकि बच्चों को कुपोषित होने से बचाया जा सके. मेडिकल फील्ड में रिसर्च को बढ़ावा दिया जा रहा है.

-आयुष्मान भारत की वजह से आने वाले तीन वर्षों में 2500 नये आधुनिक अस्पताल बनने की उम्मीद है. इनमें से अधिकतर अस्पताल छोटे शहरों में बनेंगे, जिसका लाभ मध्यम वर्गीय परिवारों को मिलेगा. उनके लिए रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे.

-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स में छोटी बीमारियों का इलाज होगा. गंभीर बीमारियों की पहचान यहीं हो जायेगी. आपको यहां मुफ्त इलाज तो मिलेगा ही, दवाइयां भी मुफ्त मिलेंगी.

-यदि आप राज्य से बाहर कहीं जा रहे हैं और बीमार पड़ गये, तो इस योजना का लाभ दूसरे राज्य में भी ले सकेंगे. देश के 13 हजार से अधिक अस्पताल से इस योजना से जुड़ चुके हैं. और भी अस्पताल आने वाले दिनों में जुड़ेंगे. जो अस्पताल अच्छी सेवाएं देंगे, विशेषतौर पर गांव के अस्पताल, उन्हें सरकार की ओर से मदद भी दी जायेगी.

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-आयुष्मान भारत योजना का लक्ष्य आर्थिक सुविधा देने का तो है ही, साथ में ऐसी व्यवस्था भी खड़ी की जा रही है, ताकि आपको घर के बाहर भी इलाज की उत्तम सुविधा उपलब्ध हो.

-दो और बड़े सहायक आपके साथ होंगे. आशा और एएनएम बहनें. हर अस्पताल में आपकी मदद के लिए तैनात रहेंगे प्रधानमंत्री आरोग्य मित्र. ये आपका इलाज कराने में पूरा सहयोग करेंगे. देश को आयुष्मान बनाने में जुटे ये समर्पित साथी एक-एक जानकारी लोगों को देंगे.

-देश के सभी लाभार्थियों को इसका लाभ मिले, इसके लिए प्रभावी इंतजाम किये गये हैं. आपको इलाज के लिए भटकना न पड़े, इसको ध्यान में रखते हुए व्यवस्था बनायी गयी है. सब कुछ तकनीक के माध्यम से नि:शुल्क करने का प्रयास किया गया है. कोई जरूरतमंद छूट न जाये, इसकी समीक्षा निरंतर चल रही है. योजना के लिए किसी तरह के रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं है. आपका ई-कार्ड ही काफी है. आपसे जुड़ी सारी जानकारी इस कार्ड में है. अब आपको किसी कागजी कार्रवाई के फेरे में पड़ने की जरूरत नहीं है. इसके अलावा एक टेलीफोन नंबर (14555) पर आप योजना से जुड़ी सारी जानकारी ले सकते हैं. इस नंबर को याद कर लीजिये. आप जान सकते हैं कि आप इसके हकदार हैं या नहीं. आपको इसका लाभ कैसे मिलेगा. अपने नजदीकी कॉमन सर्वस सेंटर से भी आप यह पूरी जानकारी ले सकते हैं.

-कैंसर, दिल की बीमारी, किडनी और लीवर की बीमारी, डायबिटीज समेत 1300 बीमारियों का इलाज देश के बड़े से बड़े अस्पताल में करा सकेंगे. इसमें अस्पताल में भर्ती होने से लेकर इलाज पूरा होने तक का खर्च शामिल होगा.

-जाति, संप्रदाय, ऊंच-नीच के भेदभाव के आधार पर आयुष्मान भारत योजना का क्रियान्वयन नहीं होगा. सबका साथ, सबका विकास हमारा मूलमंत्र है. सबको इस योजना का लाभ मिलेगा. किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जायेगा. यही है सबका साथ, सबका विकास.

-अब तक की सरकारों ने समाज की ताकत बढ़ाने की बजाय राजनीतिक ताकत बढ़ाने के लिए सरकारी खजानों का इस्तेमाल किया. सरकारी खजानों को बेतहासा लूटा गया.

-गरीब का अपना घर होता है, बैंक में खाता खुलता है, टीकाकरण होता है, पोषण मिशन का लाभ मिलता है, गैस और चूल्हा मिलता है, तो उसका स्वाभिमान बढ़ जाता है. एशियन गेम्स में गोल्ड लाने वाले कौन थे. छोटे घरों में, गरीबी में पले-बढ़े परिवार के बच्चों ने हिंदुस्तान का नाम रोशन किया.

-भारत में किसी के इलाज पर 100 रुपये खर्च हों, तो परिवार पर 60 रुपये का बोझ पड़ता है. कमाई का ज्यादातर हिस्सा ऐसे ही खर्च होने की वजह से हर साल लाखों लोग गरीबी से बाहर निकलने की कगार पर होते हैं, लेकिन एक बीमारी उन्हें फिर गरीबी के गर्त में धकेल देती है. इस स्थिति को बदलने के लिए हमारी सरकार यह योजना लायी है.

-गरीबी हटाओ के नारे देश की आजादी के बाद से सुन रहे हैं. गरीबों की आंख में धूल झोंकने वाले, गरीबों के नाम की माला जपने वाले लोगों ने यदि 30-40 या 50 साल पहले गरीबों के नाम पर राजनीति करने की बजाय गरीबों के सशक्तिकरण पर बल देते, तो आज जो हिंदुस्तान है, वैसा नहीं होता. उन्होंने गरीबों के बारे में यही सोचा कि गरीब कुछ न कुछ मांगता है. गरीब को कुछ मुफ्त में दे दो. उसे चाहिए. यही उनकी सबसे बड़ी गलत सोच थी. गरीब जितना स्वाभिमानी होता है, शायद उनके स्वाभिमान को मापने के लिए आपके पास कोई तराजू नहीं है.

-मैंने गरीबी को जिया है. मैंने गरीबों के भीतर के स्वाभिमान को जी-भरकर जिया है. वही स्वाभिमान है, जो गरीबी से जूझने की ताकत देता है, गरीबी की हालत में जीने की ताकत देता है, लेकिन उनके स्वाभिमान को समझने की कभी कोशिश नहीं हुई. इसलिए हर चुनाव में टुकड़े फेंको, अपना राजनीतिक उल्लू सीधा कर लो. यही खेल चल रहा है।

-हमने बीमारी की जड़ को पकड़ा है. देश गरीबी से निकलने की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है. पिछले दिनों एक अंतरराष्ट्रीय संस्था ने कहा कि कुछ ही दिनों में पांच करोड़ परिवार गरीबी से बाहर आ गये. यह संभव हुआ, क्योंकि हमने गरीबों के सशक्तीकरण पर बल दिया.

-बेहतर इलाज कुछ लोगों तक सीमित न रहे. सबको समान चिकित्सा सुविधा मिले. इस उद्देश्य के साथ यह योजना देश को समर्पित कर रहे हैं.

-बीमार पड़ने पर अमीर जिस सुविधा का उपभोग करते हैं, जो चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं, अब देश के गरीब को भी वही सुविधाएं उपलब्ध होंगी.

-अगर कभी मुसीबत आयी, तो आयुष्मान भारत आपकी सेवा में समर्पित है.

-50 करोड़ गरीबों का आशीर्वाद इस टीम को मिलने वाला है. जब इतना आशीर्वाद मिलेगा, तो यह टीम इस योजना को सफल बनाने में जी-जान से जुट जायेगी. देश को यशस्वी बनायेंगे. इस योजना को यशस्वी बनायेंगे.

-50 करोड़ लोग जुड़े, 13000 अस्पताल इस योजना से जुड़े. आयुष्मान भारत योजना से जुड़ी पूरी टीम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंच से बधाई दी.

-दुनिया भर में इस योजना की चर्चा है. उसकी तारीफ हो रही है. आने वाले दिनों में मेडिकल क्षेत्र में काम करने वाले लोग आरोग्य से जुड़ी विभिन्न योजनाओं, आधुनिक चिकित्सा की चर्चा करने वाले लोग इसकी चर्चा करेंगे.

-छह महीने के भीतर दुनिया की सबसे बड़ी योजना की कल्पना से लेकर उसे पूरा करने तक की यात्रा हमारी टीम ने पूरी की है.

-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को हर कोई अपनी-अपनी कल्पना के अनुसार नाम दे रहा है. कोई इसे मोदीकेयर कह रहा है, तो कोई गरीबों की योजना बता रहा है. इसे लोग अलग-अलग नाम दे रहे हैं, लेकिन मेरे लिए यह दरिद्रनारायण की सेवा करने का एक अवसर है. गरीब की सेवा करने का इससे बड़ा कोई कार्यक्रम नहीं हो सकता. अभियान नहीं हो सकता. देश के 50 करोड़ से अधिक भाई-बहनों को पांच लाख रुपये तक का हेल्थ इंश्योरेंस देने वाली यह दुनिया की अपनी तरह की सबसे बड़ी योजना है.

-पूरी दुनिया में सरकारी पैसे से इतनी बड़ी योजना किसी भी देश में नहीं चल रही. इस योजना के लाभार्थियों की संख्या के बारे में हम यहां बैठकर कल्पना नहीं कर सकते. पूरा यूरोपियन यूनियन (27-28 देश) की जितनी आबादी है, उतने लोग भारत में इस योजना का लाभ लेंगे. पूरे अमेरिका की जनसंख्या, पूरे कनाडा, मैक्सिको की जनसंख्या को मिला लें, तो उससे भी ज्यादा लोगों को इस योजना का लाभ होने वाला है.

-आज मैं यहां झारखंड में विकास की गति को बढ़ावा देने के लिए नहीं. हमारे ऋषियों-मुनियों के सपनों, हर परिवार के सपनों को पूरा करने के लिए आज यहां एकजुट हुए हैं. सर्वे भवन्तु सुखमय, सर्वे संतु निरामया. इस सपने को हमें इसी सदी में पूरा करना है और उसका आज आरंभ हो रहा है. समाज की आखिरी पंक्ति में जो इंसान खड़ा है, गरीब से गरीब को स्वास्थ्य की बेहतरीन सुविधा मिले, उस सपने को साकार का अहम कदम बिरसा मुंडा की धरती से उठाया जा रहा है. आज पूरे हिंदुस्तान का ध्यान रांची की धरती पर है.

-देश के 400 से अधिक जिलों में ऐसा ही बड़ा समारोह चल रहा है. वहां से सभी लोग इस रांची के भव्य समारोह को देख रहे हैं और वे भी इसके बाद वहां इसी कार्यक्रम को आगे बढ़ाने वाले हैं. आज यहां मुझे दो मेडिकल कॉलेज प्रारंभ करने का भी अवसर मिला. हमारे मुख्यमंत्री बता रहे थे कि आजादी के 70 साल में तीन मेडिकल कॉलेज मिले. और चार साल में 8 मेडिकल कॉलेज 1200 विद्यार्थी. काम कैसे होता है, कितने व्यापक पैमाने पर होता है, कितनी तेज गति से होता है, इसका मैं नहीं मानता कि इससे बड़ा उदाहरण ढूंढ़ने की किसी को जरूरत है.

-भारत की सबसे बड़ी योजना का शुभारंभ झारखंड की पावन धरती से कर रहा हूं.

-हम उस विशेष अवसर के साक्षी बन रहे हैं, जिसका आकलन भविष्य में मानवता की बहुत बड़ी सेवा के रूप में होना तय है.

मुख्यमंत्री रघुवर दास का संबोधन शुरू

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपने संबोधन के अंत में तीन नारे दिये. विकास, विकास, विकास. नरेंद्र मोदी, नरेंद्र मोदी, नरेंद्र मोदी. भारत, भारत, भारत. कार्यक्रम में मौजूद एक लाख से अधिक लोगों ने इसे दोहराया.

भ्रष्टाचारमुक्त झारखंड बनाने के लिए कृतसंकल्पित हैं. आर्थिक विकास दर में देश में दूसरे नंबर पर है.
नरेंद्र मोदी की सरकार भ्रष्ट लोगों के लिए काल बनकर आयी. इस सरकार से मुकाबला करने में नाकाम विरोधी दल एकजुट हो रहे हैं. ये लोग महागठबंधन के नाम पर महाठगबंधन बना रहे हैं. जनता उनके झांसे में आने वाली नहीं है.

मोदी जी के मार्गदर्शन में झारखंड से नक्सलवाद खात्मे की कगार पर है

प्रधानमंत्री जब भी झारखंड आये, कुछ न कुछ सौगात देकर गये.

67 साल में झारखंड में तीन मेडिकल कॉलेज बने

मोदी जी के कार्यकाल में 5 नये मेडिकल कॉलेज मिले

आदिवासी युवकों को स्किल डेवलपमेंट सेंटर खोलने के लिए प्रोत्साहन राशि दी गयी.

पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीर बिरसा मुंडा को लाल किले की प्राचीर से याद किया. ऐसा करने वाले वह देश के पहले प्रधानमंत्री हैं. यह दर्शाता है कि स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाले आदिवासियों के लिए उनके मन में कितना सम्मान है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के रोड़े अटकाने के बावजूद पिछड़ा आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिना रहे हैं.

-नवंबर में किसानों के जत्थे को इस्राइल भेजेंगे : रघुवर दास

झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड में दो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के शिलान्यास और रांची, जमशेदपुर एवं बोकारो में 10 वेलनेस सेंटर के ऑनलाइन उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि 15 सितंबर से 2 अक्तूबर तक सेवा दिवस के अवसर पर उनके लिए और राज्य की सवा तीन करोड़ जनता के लिए यह बहुत सौभाग्य की बात है कि दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा योजना की शुरुआत भगवान बिरसा मुंडा की धरती से हो रही है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 वर्ष की आयु में स्वामी विवेकानंद ने भारत को जगतगुरु बनाने का सपना देखा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसी उद्देश्य की प्राप्ति के लिए काम कर रहे हैं. देश से अगाध प्रेम करने वाले पीएम का किसी जाति, धर्म या संप्रदाय के गणित के हिसाब से काम नहीं करते. उनका एक ही मंत्र है : सबका साथ, सबका विकास. उनका मानना है कि देश का विकास तभी हो सकता है, जब प्रत्येक व्यक्ति का विकास हो. विकास की किरण गरीब से गरीब व्यक्ति तक पहुंचे. इसलिए उनकी सारी योजनाएं गरीब केंद्रित होती है.

उज्ज्वला योजना हो,जनधन योजना हो, प्रधानमंत्री योजना हो या खुले में शौच से मुक्त भारत, स्वच्छता अभियान सब गरीबों की भलाई के लिए शुरू की गयी योजनाएं हैं. स्वामी विवेकानंद के पथ का अनुसरण करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युवाओं के विकास के लिए भी काम कर रहे हैं. उनके नेतृत्व में झारखंड में भी लाखों युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया गया. कौशल विकास के जरिये लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार दिया गया है.

प्रधानमंत्री भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए किसानों को समृद्ध बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं. पहली बार मोदी सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य डेढ़ गुणा किया. किसी सरकार ने इस ओर कभी ध्यान नहीं दिया था.

-रांची, जमशेदपुर और बोकारो में 10 वेलनेस सेंटर का ऑनलाइन उद्घाटन किया प्रधानमंत्री ने
-चाईबासा और कोडरमा में मेडिकल कॉलेज का पीएम ने ऑनलाइन शिलान्यास किया

25 एकड़ में बन रहा है चाईबासा का मेडिकल कॉलेज
2020 में तैयार हो जायेगा कॉलेज
100 स्टूडेंट्स का हर साल होगा एडमिशन
कॉलेज स्टाफ के लिए रहने की व्यवस्था भी होगी
पूरे कैंपस में सीसीटीवी लगेंगे
रेन वाटर हार्वेस्टिंग भी होगी
42 करोड़ की लागत से सदर अस्पताल को 300 बेड का बनाया जायेगा
चाईबासा और आसपास के 65 लाख लोगों को अस्पतालों का लाभ मिलेगा
25 एकड़ में 274 करोड़ की लागत से बनेगा कोडरमा में मेडिकल कॉलेज
2020 में तैयार हो जायेगा कॉलेज, शुरू हो जायेगी पढ़ाई
100 स्टूडेंट्स का हर साल होगा एडमिशन
कॉलेज स्टाफ के लिए रहने की व्यवस्था भी होगी
पूरे कैंपस में सीसीटीवी लगेंगे
रेन वाटर हार्वेस्टिंग भी होगी
कोडरमा और आसपास के 75 लाख लोगों को अस्पतालों का लाभ मिलेगा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा का संबोधन

इमरजेंसी में कार्ड न हो, तो तुरंत उसका कार्ड बन जायेगा और अस्पताल को उसे इसकी सुविधा देनी होगी. कार्ड बनाने के लिए कहीं पंजीकरण बनाने की जरूरत नहीं है. इसमें कोई बिचौलिया नहीं होगा. स्वास्थ्य सेवा देने के लिए सरकार अब लोगों को पैसे देने का काम करेगी. यह देश ही नहीं, दुनिया भर में अपनी तरह की पहली योजना है.

स्वास्थ्य जगत में लंबी छलांग लगा रहे हैं. यह योजना सदियों तक याद रहेगी. इस योजना से मूलभूत सुविधाओं में वृद्धि होगी. यह बुलंद इरादों का फैसला है. इसकी चर्चा देश ही नहीं, दुनिया में हो रही है. आयुष्मान भारत योजना में दुनिया भर के देशों की दिलचस्पी है. दुनिया की सबसे बड़ी पत्रिका लैंसेट ने प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए लिखा है कि करोड़ों लोगों को स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिलेगा, जो अब तक इससे वंचित रहते थे. इससे गरीब लोगों का जीवन खुशहाल होगा. इसे दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य सुधार योजना माना जा रहा है. यह स्कीम पूरी तरह से कैशलेस होगी, पेपरलेस होगी, आइटी आधारित होगी. मरीजों को मुफ्त में इलाज मिलेगा. देश के किसी भी कोने में लाभार्थी को लाभ मिलेगा.

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आदिवासी ग्रामीण महिलाअों द्वारा तैयार की गयी एक बंडी भेंट की, जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने वहीं पर पहनी.

राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने पीला गुलाब देकर प्रधानमंत्री का स्वागत किया.

प्रधानमंत्री ने प्रभात तारा मैदान के मुख्य मंच पर दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजयेपी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की. राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री रघुवर दास समेत मंच पर मौजूद सभी लोगों ने दोनों दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए एक लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ प्रभात तारा मैदान में पहुंची.
पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन देख रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. योजना के बारे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी दे रहे हैं पीएम को जानकारी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रभात तारा मैदान पहुंचे, स्थानीय कलाकारों ने किया स्वागत

झारखंड के हजारीबाग जिले की दुर्गा देवी आयुष्मान भारत योजना की पहली लाभार्थी होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें गोल्डेन कार्ड प्रदान करेंगे. इस कार्ड की मदद से दुर्गा देवी की पथरी का मुफ्त ऑपरेशन होगा. इस तरह वह इस योजना का लाभ लेने वाली पहली महिला बन जायेंगी.

-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष विमान से नयी दिल्ली से रांची एयरपोर्ट पर पहुंच गये हैं. थोड़ी देर में हेलीकॉप्टर से धुर्वा के लिए रवाना हो जायेंगे. झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री रघुवर दास के अलावा मुख्य सचिव प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी प्रभात तारा मैदान पहुंच चुके हैं. यहीं से प्रधानमंत्री दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा योजना का शुभारंभ करेंगे.

-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना की शुरुआत करने के लिए झारखंड में हैं. इसी दौरान देश के 26 राज्यों के 476 जिलों में एक साथ इस योजना की शुरुआत की जा रही है. 31 राज्यों के करीब 12 करोड़ परिवार इस योजना के लाभार्थी होंगे.

रांची आने से पहले प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना – आयुष्मान भारत की लांचिंग के लिए मैं रांची आ रहा हूं. कार्यक्रम के दौरान चाईबासा और कोडरमा में मेडिकल कॉलेज की आधारिशला रखी जायेगी. हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स के उद्घाटन भी होंगे. हम हेल्दी एंड फिट इंडिया बनाने के लिए कृतसंकल्प हैं!’

वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने ट्वीट किया है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की आज रांची से शुरुआत करेंगे. सबसे बड़ी बीमा योजना का लाभ करीब 10.74 करोड़ परिवारों को मिलेगा.’ उन्होंने प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि इससे देश में स्वास्थ्य सेवाओं की दशा और दिशा बदल जायेगी.

प्रधानमंत्री राजधानी के धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान से झारखंड को 600 करोड़ की सौगात देंगे. इस रकम से चाईबासा और कोडरमा में एक-एक मेडिकल कॉलेज बनेंगे. इन दोनों मेडिकल कॉलेजों की प्रधानमंत्री ऑनलाइन आधारशिला रखेंगे. इसके अलावा 10 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का ऑनलाइन शुभारंभ भी करेंगे. श्री मोदी रांची में आयुष्मान भारत के तहत छह लोगों को गोल्डेन कार्ड प्रदान करेंगे.

झारखंड में 57 लाख परिवारों को इस योजना का लाभ मिलेगा. प्रधानमंत्री 12:25 बजे रांची एयरपोर्ट पर उतरेंगे. इसके बाद वह हेलीकॉप्टर से धुर्वा हेलीपैड के लिए रवाना हो जायेंगे. यहां से वह कार से प्रभात तारा मैदान पहुंचेंगे. 1:15 बजे प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का ऑनलाइन शुभारंभ करेंगे और इसके बाद वहां मौजूद लोगों को संबोधित करेंगे. 2:15 बजे कार्यक्रम स्थल से और 2:50 बजे रांची एयरपोर्ट से विशेष विमान से पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो जायेंगे। साभार

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