सुप्रीम कोर्ट की स्थापना के 75 साल पूरे होने पर पीएम मोदी ने जारी किए डाक टिकट और सिक्के
आज सुप्रीम कोर्ट अपनी स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है, जिसके उपलक्ष्य में दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन जिला न्यायपालिका में किया गया है. यह कार्यक्रम सुप्रीम कोर्ट की तरफ से दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित किया गया है. पीएम मोदी ने सर्वोच्च न्यायालय के 75 साल पूरे होने पर डाक टिकट और सिक्के को जारी किया है.
यह कार्यक्रम चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता में आयोजित किया जा रहा है, दो दिनों में छह सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिसमें जिला न्यायपालिका से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा होगी. वहीं 1 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सम्मेलन को संबोधित करेंगी और राष्ट्रपति मुर्म इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट का ध्वज और प्रतीक चिन्ह भी अनावरण करेंगी.
इन लोगों ने कार्यक्रम में की शिरकत
सुप्रीम कोर्ट के जिला न्यायपालिका पर राष्ट्रीय सम्मेलन में केंद्रीय कानून मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल ने शिकरत की, उद्घाटन समारोह में सुप्रीम कोर्ट के अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणि, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कपिल सिब्बल और बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चीफ भी शामिल हुए हैं. साथ ही सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की जिला न्यायपालिका से 800 से अधिक लोग इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. दो दिनों के दौरान जिला न्यायपालिका से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जैसे बुनियादी ढांचा और मानव संसाधन; सभी के लिए समावेशी न्यायालय; न्यायिक सुरक्षा और कल्याण; केस प्रबंधन और प्रशिक्षण पर चर्चा की जाएगी.
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कही ये बात
वही इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा है कि, ” सुप्रीम कोर्ट के 75 वर्ष केवल एक संस्था की यात्रा नहीं है, ये भारत के संविधान और संवैधानिक मूल्यों की यात्रा है. भारत के लोगों ने कभी सुप्रीम कोर्ट, हमारी न्यायपालिका पर अविश्वास नहीं किया. इसलिए सुप्रीम कोर्ट के ये 75 वर्ष मदर ऑफ डेमोक्रेसी भारत के गौरव को और अधिक बढ़ाते हैं. देश संविधान की 75 वर्षगांठ मनाने जा रहा है, इसलिए इस अवसर में भी गर्व और प्रेरणा है. पीएम ने आगे कहा कि हमारे लोकतंत्र में न्यायपालिका संविधान की संरक्षक मानी गई है. ये अपने आप में एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. हम संतोष के साथ कह सकते हैं कि हमारी सुप्रीम कोर्ट, हमारी न्यायपालिका ने इस जिम्मेदारी का बखूबी निर्वाहन प्रयास किया है.”
राष्ट्रपति मुर्मू देगी कल समापन भाषण
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एक सितंबर को सम्मेलन का समापन करेंगी, सुप्रीम कोर्ट के ध्वज और प्रतीक चिन्ह का उद्घाटन भी उस समय होगा.सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 800 से अधिक जिला न्यायपालिका अधिकारी इस दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन में भाग लेंगे.