‘पापा मुझे बेचने जा रहे थे… मुझे मम्मी के साथ घर नहीं जाना’, ट्रेन से उतरी बेटी ने सुनाई बाप की करतूत
पहले मां को पीटा फिर नाबालिग बेटी को बेचने के लिए निकल पड़ा… सुनने में लग रहा होगा कि जरूर ये कोई शैतान है। लेकिन ये शैतान कोई गैर नही बल्कि खुद लड़की का पिता है। अत्याचारी पिता के इस निकृष्ट कृत्य के बार में बेटी ने तब बताया, जब वह अचनाक पिता का हाथ छुड़ाकर ट्रेन से कूद पड़ी। पिता उसे बेचने के लिए दिल्ली ले जा रहा था, जब ट्रेन धनबद में रुकी तो नाबालिग बेटी मौका पाकर भाग निकली। ट्रेन से उतर बच्ची ने अधिकारियों से कहा कि अब वह वापस घर नही जाना चाहती है। नाबिलग बच्ची अभी बालिका गृह में है
ट्रेन से उतरी बेटी बोली- पापा मुझे मारते हैं
बता दें, चाइल्ड लाइन में नाबालिग बच्ची की काउंसलिंग की गई। इस दौरान बच्ची ने पिता की क्रूरता का पूरा किस्सा सुना दिया। बच्ची ने बताया कि उसके पिता उसे मारते हैं और मां को पीटते हैं। वो मुझे दिल्ली में बेचने जा रहे थे। लेकिन मैं मौका देखकर ट्रेन से उतर गई।
नाबालिग बेटी ने कहा, ‘पापा मुझे मारते हैं… मम्मी को भी पीटते हैं… मुझे घर नहीं जाना है… अगर मैं मम्मी के साथ घर गई तो पापा मुझे फिर से दिल्ली ले जाएंगे और बेच देंगे… वो मुझे ट्रेन से दिल्ली ले जा रहे थे बेचने के लिए, इसिलए जैसे ही मौका मिला, मैं ट्रेन से उतर कर भाग गई…
यहां से शुरू होती है पिता की हैवानियत
पिता की क्रूरता की कहानी बंगाल के हावड़ा से शुरू होती है। बंगाल के हावड़ा के बागनान की महिला की शादी गाजियाबाद में हुई थी। शादी के बाद से मां व बेटी के साथ मारपीट की जाती थी। पिता के अत्याचार से परेशान होकर मां-बेटी बंगाल चली आयी थी। बंगाल में किशाेरी का किसी युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा है। मां और उसके परिवार के दूसरे सदस्य दोनों की शादी के लिए रजामंद हो गए हैं। किशोरी के बालिग होते ही उनकी शादी कर देने पर सहमति बन चुकी।
नाबालिग बेटी की शादी प्रेमी से हुई थी तय
नाबालिग किशोरी का कहना है कि पिता को जैसे ही मेरी शादी की जानकारी मिली। वह गाजियाबाद से बागनान पहुंच गए और उसे जबरन अपने साथ ले जाने लगे। उन्होंने मुझे दिल्ली जाने वाली ट्रेन बिठा लिया। हावड़ा से दिल्ली जा रही ट्रेन धनबाद स्टेशन पर रुकी थी। उसे जैसे ही मौका मिला वह भाग निकली और जीआरपी पहुंच कर पिता के खिलाफ शिकायत की।
मां के साथ भी नहीं जाना चाहती बेटी
मामला नाबालिग से जुड़ा होने से रेल पुलिस ने रेलवे चाइल्ड लाइन को सूचना दी। रेलवे चाइल्ड लाइन ने किशोरी को सीडब्ल्यूसी में प्रस्तुत किया। काउंसिलिंग के बाद उसकी मां को बुलाया गया। मां से उसकी बातचीत भी करायी गई, लेकिन किशोरी मां के साथ जाने को राजी नहीं हुई। उसका कहना था कि मां के साथ गई तो पिता फिर से उसे अपने साथ ले जाएगा। उसने पिता पर कई आरोप लगाए। यह भी आरोप लगाया कि पिता उसे बेचने के लिए दिल्ली ले जाना चाहता है। सीडब्ल्यूसी ने पूरे मामले की जांच होने तक किशोरी को बालिका गृह भेज दिया।
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