सपा पार्टी में अब दम घुटता है मेरा : पंखुड़ी पाठक

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समाजवादी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक ने सोमवार को पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया। पंखुड़ी ने ट्वीट करके पार्टी छोड़ने का घोषणा की।

उसने कहा कि आठ साल पहले जिस युवा नेतृत्व और विचारधारा से प्रभावित होकर समाजवादी पार्टी ज्वाइन की थी, आज पार्टी में न तो वह विचारधारा दिखती है और न ही नेतृत्व। सपा में जिस प्रकार की राजनीति आजकल चल रही है उसमें मेरा दम घुटता है, इसलिए पार्टी छोड़ रही हूं।

कभी लिंग तो कभी धर्म को लेकर पार्टी करती रहती है टिप्पणियां

पंखुड़ी ने आगे कहा कि कभी जाति कभी धर्म तो कभी लिंग को लेकर जिस तरह की अभद्र टिप्पणियाँ लगातार की जाती हैं और पार्टी नेतृत्व सब कुछ जान कर भी शांत रहता है, यह दिखता है कि नेतृत्व ने भी इस स्तर की राजनीति को स्वीकार कर लिया है।

मुझे लेकर अफवाहें फैलाई जा रही है

ऐसे माहौल में अपने स्वाभिमान के साथ समझौता कर के बने रहना मुमकिन नहीं है। पंखुड़ी ने अपने ट्वीट में लिखा ‘’मुझे पता है कि इसके बाद मेरे बारे में तरह तरह की अफ़वाहें फैलायी जाएँगी लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहती हूँ कि मैं किसी भी राजनैतिक दल से सम्पर्क में नहीं हूँ न ही किसी से जुड़ने का सोच रही हूँ। अन्य ज़िम्मेदारियों के चलते जो उच्च शिक्षा अधूरी रह थी अब उसे पूरा करने का प्रयास करूँगी।

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अगर मैं अपने सिद्धांतों और स्वाभिमान की लड़ाई नहीं लड़ सकी तो समाज के ज़रूरतमन्दों की लड़ाई कैसे लड़ूँगी? यह मतभेद वैचारिक है, व्यक्तिगत नहीं। किसी व्यक्ति या दल से विश्वास उठ जाए तो परे हो जाना ही बेहतर है। राजनीति ही तो सब कुछ नहीं.. और भी तरीक़े हैं समाज सेवा करने के। आज सुबह ही मैंने पिछले 2.5 वर्षों से चलाये जा रहे #ISupportAkhilesh अभियान (जिसके माध्यम से हमने सैकड़ों पढ़े लिखे युवाओं को पार्टी से जोड़ा है) को औपचारिक रूप से समाप्त किया है।

मुझे इस बात का एहसास काफ़ी समय पहले ही हो गया था कि अब सपा में मेहनत और निष्ठा की जगह नहीं बची। मुझे बस दुःख उन युवाओं के लिए है जो मेरी तरह युवा नेतृत्व से प्रभावित होकर पार्टी से जुड़े थे पर आज चाटुकारिता या जातीय राजनीति के शिकार हो गए हैं। दल कोई भी हो, ऐसी राजनीति का अब भविष्य नहीं है। युवा अब भागीदारी चाहता है। उनका आप शोषण नहीं कर सकते। सभी दलों को समझना होगा।’’

खिलाफ की जा रही अभद्र टिप्पणियों पर बोली पंखुड़ी

ट्वीट पर पार्टी छोड़े जाने के बाद की जा रही बयानबाजी और अभद्रता पर कहा-‘मेरे साथ की जा रही अभद्रता सपा की महिला विरोधी चरित्र का ही उदाहरण है। यह अभद्रता सपा में आम है। मैं सपा की पहली महिला प्रवक्ता थी फिर भी यहाँ के अराजक तत्व लगातार मुझ पर प्रहार करते रहे। जब ये लोग मेरे साथ ऐसा व्यवहार कर सकते हैं तो सोचिए आम महिलाओं के प्रति इनकी सोच क्या होगी।’

सोमवार को सपा के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने 24 नेताओं की सूची जारी की थी ये लोग इलेक्ट्रनिक और प्रिंट मीडिया में पार्टी का पक्ष रखने के लिए अधिकृत होंगे। इस सूची में पंखुड़ी का नाम नहीं होने से वह नाराज थी। इस के बाद पंखुड़ी ने ट्वीट करके पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया।

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