भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान पर 3 जून को जुमे की नमाज के बाद कानपुर में हिंसा हुई थी. जिसको लेकर अब एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि इस बवाल का पूरा कनेक्शन पाकिस्तान से है. दरअसल, बवाल के दौरान एक फोन नंबर से लगातार पाकिस्तान में कॉल चल रही थी और वह नंबर हिस्ट्रीशीटर अतीक खिचड़ी का था. बवाल के बाद से अतीक फरार चल रहा है. एसआईटी को उसका कनेक्शन बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा से भी मिल रहा है.
एसआईटी की जांच में अब तक दो बातें सामने आई हैं.
1- उपद्रव की साजिश नूपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर भारत की विश्व पटल पर बदनामी कराने को रची गई थी.
2- उपद्रव के पीछे स्थानीय कारण हिंदुओं की बस्ती चंद्रेश्वर हाता खाली कराना था. कुछ बिल्डरों की नजर इस पर है.
लेकिन 19 दिन बाद नए तथ्य ने पुलिस की जांच की दिशा बदल दी है. उपद्रव के बाद पुलिस नई सड़क के मोबाइल टॉवरों का डाटा खंगाल रही थी, उसमें सामने आया कि एक मोबाइल नंबर से उस वक्त पड़ोसी देश से बात चल रही थी. उसके बाद से वह नंबर लगातार बंद आ रहा है.
इसके अलावा पुलिस को चैटिंग का एक स्क्रीन शॉट भी मिला है, जो अतीक का बताया जा रहा है, जिसमें वह उसी पाकिस्तानी व्हाट्सऐप नंबर से चैट कर रहा है, जो डाटा फिल्टर के दौरान मिला था. चैट में अतीक ने लिखा है कि ‘शेख साहब और बम चाहिए. काम हो जाएगा.’ चैट का स्क्रीन शॉट अतीक का है या नहीं इसकी जांच चल रही है.
बता दें 40 वर्षीय अतीक खिचड़ी अपराधियों का गढ़ कहे जाने वाले गम्मू खां का हाता का रहने वाला है. कर्नलगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर है. उसके खिलाफ कर्नलगंज थाने में 21 मुकदमे दर्ज हैं. अतीक का भाई अकील भी हिस्ट्रीशीटर है. अतीक के खिलाफ लूट, मारपीट, हत्या का प्रयास, ड्रग्स तस्करी, गुंडा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट में मुकदमे दर्ज हैं.