Pahadia: पुलिस वसूली के खिलाफ फूटा आढ़तियों का गुस्सा, मंडी में प्रदर्शन
लगाया आरोप- नो एंट्री फ्री होने के बावजूद हो रही जबरन वसूली और किया जा रहा दुर्व्यवहार
पूर्वांचल की फल और सब्जी की सबसे बड़ी पहड़िया (Pahadia) मंडी में नो एंट्री फ्री होने के बावजूद वाहन चालकों से अवैध वसूली हो रही थी. लम्बे समय से चल रही पुलिस की इस मनमानी और पीएम के आगमन के दौरान जिले की सीमाओं पर वाहनों को रोक दिये जाने से नाराज आढ़तियों का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा, आढ़तियों ने मंडी समिति कार्यालय के बाहर जमकर धरना-प्रदर्शन किया. सूचना पर मंडी समिति और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे. आढ़तियों ने उन्हें ज्ञापन सौंपा और अवैध वसूली पर अविलम्ब रोक लगाने की मांग की. अधिकारियों के कार्रवाई के आश्वासन के बाद आढ़तिया शांत हुए.
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वीवीआईपी आगमन के दौरान बार्डरों पर रोक दिये जाते हैं वाहन
आढ़तियों का कहना था कि प्रधानमंत्री मोदी के काशी आगमन के दौरान वाराणसी, गाजीपुर, प्रयागराज, जौनपुर, आजमगढ़ की सीमाओं पर उनके फल और सब्जियों के वाहन आठ से दस मार्च तक रोक दिये गये. प्रधानमंत्री के जाने के बाद उनके वाहन मंडी आ सके. हालांकि प्रतिबंध के दौरान वाहन चालक दूसरे मार्गों से मंडी के बाहर पहुंच गये थे. आरोप है कि उन चालकों और उनसे सम्बंधित अढ़तियों से पुलिस ने दुर्व्यवहार किया. आढ़तियों का यह भी कहना है कि वीवीआईपी आगमन के दौरान उनके वाहन दो-दो दिन तक सीमाओं पर रोक दिये जाते हैं, इससे उनकी फल और सब्जियां खराब होने लगती हैं. इससे उन्हें आर्थिक नुकसान होता है. उनका यह भी कहना था कि पहड़िया गेट से मंडी के अंदर जाने के लिए एंट्री फ्री है. इसके बावजूद पुलिसकर्मी वाहनों को रोक कर उनसे वसूली करते हैं. रूपये न देने पर उनसे दुर्व्यवहार किया जाता है. इन सभी समस्याओं को लेकर आढ़तिया नाराज थे. शनिवार और रविवार को मंडी बंद थी.
मंडी समिति कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे आढती
सोमवार को मंडी खुलने के बाद आढ़तिया मंडी सचिव कार्यालय के बाहर धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे. सूचना पर मंडी समिति के सभापति और एडीएम सिटी मौके पर पहुंचे. आढ़तियों ने अधिकारियों को अपनी समस्याओं से अवगत कराया और कार्रवाई की मांग की. आढ़तियों ने एडीएम सिटी को अपनी मांगों से सम्बंधित ज्ञापन सौंपा. मंडी समिति के अध्यक्ष हीरालाल ने बताया कि नो एंट्री वर्ष 2016 से फ्री है. लेकिन पुलिसकर्मियों द्वारा मंडी के गेट पर आने वाले वाहनों से वसूली और उनसे बदसलूकी भी की जाती है. बाद में एडीएम सिटी के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ.
विरोध प्रदर्शन में यह रहे शामिल
धरना-प्रदर्शन में हीरा लाल मौर्य, मनोज सोनकर, बाबुल सोनकर, रवि सिंह, बृजेश सोनकर, सुदर्शन सिंह, राहुल जायसवाल, मो. सईद, शरद मिश्रा, मो. इमरान. काशीनाथ गिरी आदि रहे. उधर, लालपुर-पाण्डेयपुर थाना प्रभारी बृजेश कुमार मिश्रा ने पुलिस पर नो एंट्री के नाम पर उत्पीड़न के आरोप को गलत बताया. कहाकि आठ से दस तक शहर में वीआईपी आगमन को देखते हुए एसपी ट्रैफिक द्वारा बड़ी गाड़ियों पर नो इंट्री का निर्णय लिया गया था. थाना स्तर पर वाहन चालकों का उत्पीड़न नहीं किया गया.