कल बेंगलुरु में होगी विपक्षी बैठक, बीजेपी के खिलाफ तैयार होगा महागठबंधन
बिहार के पटना में हुई विपक्षी बैठक के बाद कल 18 जुलाई को दूसरी बड़ी विपक्षी बैठक होने जा रही है। पहले जानकारी मिल रही थी कि इस बैठक में वरिष्ठ नेता शामिल नहीं होंगे। लेकिन कांग्रेस सांसद जयराम रमेश आज सुबह ये जानकारी दी कि बैठक में सभी वरिष्ठ विपक्षी नेता शामिल होंगे। यह बैठक कल सुबह 11 बजे से शुरू होगी, जो शाम 4 बजे तक चलेगी। इस दौरान कांग्रेस सांसद ने NDA को लेकर भाजपा सरकार पर तंज कसा। कांग्रेस सांसद का कहना है कि अब तक NDA सोया हुआ था। मगर पटना की बैठक के बाद भाजपा को NDA को जगाने की याद आ गई।
वेस्ट एंड होटल में होगी बैठक
बेंगलुरू के ताज वेस्ट एंड होटल में 18 जुलाई को होने वाली विपक्षी बैठक को लेकर विपक्षी दलों ने तैयारी पूरी कर ली है। बैठक से एक दिन पहले ही कुछ विपक्षी दल बेंगलुरू पहुंच चुके हैं और कुछ नेता आज शाम तक पहुंच जाएंगे। आज रात बेंगलुरू में सभी विपक्षी दल साथ में भोजन करेंगे और कल बैठक में हिस्सा लेंगे। वहीं कुछ विपक्षी दल आज के बजाय सीधे कल बैठक में पहुंचेंगे। हालांकि यह बैठक पहले 17 जुलाई को ही होनी तय थी, लेकिन कांग्रेस सांसद ने बताया कि कुछ नेता आज नहीं आ रहे हैं, वो कल आएंगे, इसलिए बैठक 18 जुलाई को सुबह 11 बजे आयोजित होगी।
बैठक में बनेगी महागठबंधन की प्लानिंग
विपक्षी दलों की बैठक में लोकसभा चुनाव-2024 से जुड़े तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी। विपक्षी दलों की एकता बैठक चुनाव-2024 से पहले बीजेपी के खिलाफ एक मोर्चा है। इस बैठक के जरिए विपक्षी दल एक बड़े महागठबंधन की प्लानिंग कर रहे हैं। ये महागठबंधन भाजपा को चुनाती देने के लिए तैयार होगा। फिलहाल अभी तक विपक्षी किसी भी दलों में गठबंधन को लेकर कोई प्रतिक्रिया नही आई है। वहीं इस बैठक में कई प्रमुख मुद्दों को उठाया जा सकता है। बैठक में विपक्ष के गुट के नए नाम, संयोजक, तमाम कार्यक्रमों और आंदोलनों पर चर्चा होने की संभावना है। इसके अलावा सीटों के बंटवारे के लिए समितियों के गठन और ईवीएम और चुनाव आयोगों के सुधार के लिए विपक्षी दल पत्र सौंपेंगे।
एनडीए को टक्कर देने के लिए होगा मंथन
इनके अलावा दिल्ली के अध्यादेश, यूसीसी, महंगाई, विदेश नीति, बेरोजगारी और अन्य मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरने की रणनीति पर भी चर्चा होगी। बेंगलुरु की बैठक के लिए आमंत्रित की गई पार्टियों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है। विपक्षी दल इसे और बढ़ाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। लोकसभा चुनाव से पहले ज्यादा से ज्यादा समान विचारधारा वाले दलों को एनडीए और विपक्षी दलों की तरफ से अपने खेमे में करने की कवायद की जा रही है। विपक्षी दलों की बैठक को टक्कर देने के लिए एनडीए भी 18 जुलाई को दिल्ली में बैठक करेगी।
एनडीए की छोटे दलों के साथ बैठक
विपक्षियों की दूसरी एकता बैठक के दिन ही भाजपा ने भी एनडीए की बैठक बुलाई है। इस बैठक में भाजपा छोटे दलों को जोड़ने का अभियान चलाने पर चर्चा करेगी। इसके साथ ही एनडीए में जो नए सदस्य जुड़े हैं उनपर भी चर्चा होगी। वहीं सुभासपा भी रविवार को भाजपा से जुड़ गई है। इसपर भी बातचीत कर उत्तर प्रदेश की राजनीति के बिंदुओं पर चर्चा होगी। बैठक में भाजपा सबसे प्रमुखता से विपक्षी एकता बैठक के खिलाफ कोई ठोस रणनीति तैयार कर सकती है।
इससे पहले पटना में हुई थी बैठक
गौरतलब है कि इससे पहले पटना में 23 जून को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मेजबानी में विपक्षी दलों के बीच बैठक हुई थी। इस बैठक में 15 विपक्षी पार्टियों ने हिस्सा लिया था। इस बैठक का उद्देश्य नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार के खिलाफ लोकसभा चुनाव से पहले दमदार विपक्ष तैयार करना था।
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