‘Newsclick’ के पत्रकारों पर छापेमारी की विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A’ ने की निंदा ….
मंगलवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कथित तौर पर ऑनलाइन न्यूज पोर्टल ‘न्यूजक्लिक’ और उसकी फंडिंग की जांच को लेकर बडी कार्रवाही की थी। जिसके चलते दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने न्यूजक्लिक से जुड़े पत्रकारों और संस्थान के 30 ठिकानों पर छापेमारी की थी। वही मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, वेबसाइट की कुछ संपत्ति को कुर्क भी किया गया है, इसके अलावा यह मामला गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत दर्ज किया गया है।
दिल्ली पुलिस की कार्रवाही की इंडिया ने की निंदा
ऐसे में दिल्ली पुलिस द्वारा की गयी न्यायपालिका का चौथा स्तंभ माने वाली पत्रकारिता पर इस तरह की कार्रवाही शर्मनाक है। हालांकि, इस कार्रवाही को लेकर फिलहाल किसी भी पार्टी की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आयी है, लेकिन ऐसे में विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A’ ने ‘न्यूजक्लिक’ से जुड़े पत्रकारों पर छापेमारी की कार्रवाई की निंदा की है और दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाही को भाजपा सरकार का मीडिया पर हमला करार दिया है। पत्रकारों और उनके भाषण व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार को अपना समर्थन देते हुए गठबंधन ने एक विस्तृत बयान जारी किया है।
विपक्षी गठबंधन ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की कार्रवाई केवल उन लोगों के खिलाफ है जो सत्ता के सामने सच बोलते हैं। विपक्षी गठबंधन ने यह भी कहा कि नफरत और विभाजनकारी सोच को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती।
‘मीडिया को निष्पक्ष रिपोर्टिंग करने से रोकती है सरकार’ – इंडिया
‘इंडियन नेशनल डवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) ने एक बयान में कहा कि, ‘सरकार ने सांठगांठ वाले पूंजीपतियों का मीडिया संस्थानों पर नियंत्रण कराके अपने पक्षपातपूर्ण और वैचारिक हितों के लिए मीडिया को मुखपत्र बनाने की भी कोशिश की है। विपक्षी गठबंधन ने आगे कहा, ‘सरकार और उसके विचारधारा से जुड़े संगठनों, दोनों ने सत्ता के सामने सच बोलने वाले पत्रकारों के खिलाफ प्रतिशोध का सहारा लिया है। इसके अलावा, भाजपा सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी नियम 2021 जैसी प्रतिगामी नीतियों को भी आगे बढ़ाया है जो मीडिया को निष्पक्ष रिपोर्टिंग करने से रोकती हैं।’
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मीडिया पर हमले करना बंद करें – इंडिया
बयान में कहा गया, ‘ऐसा करके, भाजपा न केवल भारत के लोगों से अपने किये पापों को छिपा रही है, बल्कि वह एक परिपक्व लोकतंत्र के रूप में भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा से भी समझौता कर रही है।भाजपा सरकार की जबरन कार्रवाई केवल उन मीडिया संस्थानों और पत्रकारों के खिलाफ होती है जो सत्ता के सामने सच बोलते हैं। विडंबना यह है कि जब देश में नफरत और विभाजन को भड़काने वाले पत्रकारों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात आती है तो भाजपा सरकार पंगु हो जाती है। सरकार को यह बात शोभा देती है कि वह देश और जनता से जुड़े वास्तविक मुद्दों पर ध्यान दे तथा अपनी नाकामियों से ध्यान हटाने के वास्ते मीडिया पर हमले करना बंद करे।’