शहर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा वाहनों को सीएनजी में कनवर्ट कराने की कोशिश स्थानीय प्रशासन की शुरू हो गयी है. सबसे पहले शहर की सभी आटो को सीएनजी में कन्वर्ट किया जाएगा. संभागीय परिवहन प्राधिकरण की मीटिंग में तय किया गया है कि 31 मार्च के बाद शहर में सिर्फ सीएनजी आटो ही चल सकेंगे. कमिश्नरी सभागार में हुई मीटिंग में मौजूद गेल के अधिकारियों ने सीएनजी से होने वाले फायदे गिनाए साथ ही आरटीओ ने शहर में दौड़ने वाले वाहनों को सीएनजी में कन्वर्ट कराने की जरूरत को बताया.
बसे भी चलेंगी सीएनजी से
शहर की आबोहवा बेहतर बनाने के लिए पेट्रोल व डीजल पर वाहनों निभर्रता कम की जा रही है. इसके लिए बनारस में 10 सीएनजी स्टेशन चल रहे हैं. शहर की सड़कों पर दौड़ रहे 5500 आटो को सबसे पहले सीएनजी में कन्वर्ट करने के लिए कवायद चल रही है. आधे से अधिक में सीएनजी किट भी लगायी जा चुकी हैं. जो आटो अभी तक बिना सीएनजी के चल रहे हैं उन्हें 31 मार्च तक का समय किट लगाने का दिया गया है. उसके बाद उन्हें रोड पर चलने की अनुमति नहीं होगी. इसके साथ ही साथ ही कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने करीब 50 बसों को सीएनजी में कन्वर्ट करने का निर्देश दिया. गेल के अधिकारियों ने सुझाव दिया कि यदि स्कूलों और अन्य प्रतिष्ठानों की अधिक से अधिक बसें सीएनजी में कन्वर्ट कर दी जाएंगी तो इससे काफी लाभ होगा. वाहन मालिकों के साथ ही सरकार के लिए किफायती साबित होगा. पर्यावरण को भी स्वच्छ बनाया जा सकेगा.
अभी कम है डिमांड
गेल के मुख्य प्रबंधक मार्केटिंग सुरेश तिवारी के मुताबिक इस समय वाराणसी में 10 सीएनजी स्टेशन चल रहे हैं जिनकी क्षमता एक लाख किलो सीएनजी प्रतिदिन से अधिक की है. इसकी तुलना में खपत मात्र 30000 किलो प्रति दिन दिन ही हो रही है. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि सड़क पर अभी तक पेट्रोल-डीजल से चलने वाली गाड़ियां ही ज्यादा दौड़ रही हैं और शहर के वातावरण को प्रदूषित कर रही हैं. जब तक सीएनजी गाड़ियों की संख्या नहीं बढ़ेगी तब तक इस पर लगाम नहीं लगाया जा सकेगा. सीएनजी एक किफायती ईंधन होने के साथ-साथ पर्यावरण की दृष्टि से भी अनुकूल है. प्रदूषण की वजह से लोग सांस समेत तमाम बीमारियों से ग्रसित हो रही हैं. ऐसे में साफ एवं स्वच्छ ईंधन को ही अपनाना बेहद जरूरी है.
किफायती है सीएनजी
इस वक्त जब पेट्रोल एवं डीजल के मूल्य प्रतिदिन बढ़ रहे हैं ऐसे में सीएनजी अपनाना एक समझदारी भरा निणर्य है. बनारस में डीजल लगभग 81 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल लगभग 89 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है. वहीं सीएनजी की कीमत 57.50 रुपये प्रति किलोग्राम है. ऐसे में डीजल की तुलना में सीएनजी लगभग 42 परसेंट सस्ती है और पेट्रोल की तुलना में 55 परसेंट सस्ती है. सीएनजी एक किफायती ईंधन होने के साथ पर्यावरण की दृष्टि से भी अनुकूल है. व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रतिष्ठानों की बात करें तो वहां भी पीएनजी सुरक्षित एवं सुविधाजनक होने के साथ किफायती है.19 किलो का एलपीजी सिलेंडर लगभग 1655 में उपलब्ध है जबकि सीएनजी की कीमत 31.61 रुपये प्रति स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर (एसक्यूएम) है जो कि एक 19 किलो किलो के सिलेंडर बराबर ऊष्मा देने के लिए 1600 रुपए के मुकाबले मात्र 700 रुपये में ही उपलब्ध हो रही है.